[ad_1]
ख़बर सुनें
उन्नाव। बुजुर्ग दंपती के बैंक खाते से साइबर ठगों ने धोखाधड़ी कर 4.20 लाख रुपये निकला लिए। जानकारी पर सदर कोतवाली और साइबर सेल में शिकायत की है।
शहर के मोहल्ला पीडी नगर निवासी अशोक कुमार शुक्ल ने कोतवाली में शिकायती पत्र देकर बताया कि वह और पत्नी उमा शुक्ला सीनियर सिटीजन हैं। हिरननगर मोहल्ला स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में उनका संयुक्त खाता है।
बताया कि एक ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी से मंगाए गए सामान की वापसी और धनराशि रिफंड करने के लिए 16 नवंबर को मोबाइल से बात की। कुछ देर बाद एक व्यक्ति ने खुद को ट्रेडिंग कंपनी का स्टाफ बताते हुए फोन कर उनके बैंक खाता व एटीएम आदि की जानकारी ली और मोबाइल फोन चालू रखने की बात कही।
पीड़ित के मुताबिक इसी दौरान ठग ने मोबाइल को हैक कर बैंक खाते से 4,20,565 रुपये निकाल लिया। इसके बाद 17 नवंबर तक मोबाइल पर कॉल भी आती रही। इसी दौरान बैंक शाखा के कस्टमर केयर से फोन आया कि आपके खाते से धनराशि निकाली जा रही है।
जानकारी होते ही वह बैंक पहुंचे और खाता बंद कराया। कोतवाली और साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। सदर कोतवाली प्रभारी राजेश पाठक ने बताया कि धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
उन्नाव। बुजुर्ग दंपती के बैंक खाते से साइबर ठगों ने धोखाधड़ी कर 4.20 लाख रुपये निकला लिए। जानकारी पर सदर कोतवाली और साइबर सेल में शिकायत की है।
शहर के मोहल्ला पीडी नगर निवासी अशोक कुमार शुक्ल ने कोतवाली में शिकायती पत्र देकर बताया कि वह और पत्नी उमा शुक्ला सीनियर सिटीजन हैं। हिरननगर मोहल्ला स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में उनका संयुक्त खाता है।
बताया कि एक ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी से मंगाए गए सामान की वापसी और धनराशि रिफंड करने के लिए 16 नवंबर को मोबाइल से बात की। कुछ देर बाद एक व्यक्ति ने खुद को ट्रेडिंग कंपनी का स्टाफ बताते हुए फोन कर उनके बैंक खाता व एटीएम आदि की जानकारी ली और मोबाइल फोन चालू रखने की बात कही।
पीड़ित के मुताबिक इसी दौरान ठग ने मोबाइल को हैक कर बैंक खाते से 4,20,565 रुपये निकाल लिया। इसके बाद 17 नवंबर तक मोबाइल पर कॉल भी आती रही। इसी दौरान बैंक शाखा के कस्टमर केयर से फोन आया कि आपके खाते से धनराशि निकाली जा रही है।
जानकारी होते ही वह बैंक पहुंचे और खाता बंद कराया। कोतवाली और साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। सदर कोतवाली प्रभारी राजेश पाठक ने बताया कि धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
[ad_2]
Source link