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उन्नाव। रोशनाबाद व गौरियाकला में भी सई नदी पर पुल बनाया जाएगा। इसके निर्माण को मंजूरी मिल गई है। शासन ने बजट भी मंजूर कर दिया है। अमर उजाला की ओर से चलाई गई मुहिम के बाद अब यहां की आबादी को भी पक्के पुल की सौगात मिलने जा रही है। उधर, औरास के मिर्जापुर में सई नदी पर बनने वाले पुल के लिए कार्यदायी फर्म से अनुबंध प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
जनपद हरदोई के बेहंदर सीमा से गुजरकर क्षेत्र के संडीला मार्ग पार करके सचानकोट, हसनापुर, अरगूपुर, तमोरिया बुजुर्ग आदि से होते हुए गौरियाकला गांव के पास निकली सई नदी पर ग्रामीणों ने आवागमन के लिए बांस बल्लियों का पुल बना रखा है। इस पुल से गौरियाकला, फतेहपुर, जब्बाखेड़ा, राजाखेड़ा, रामदीनखेड़ा, सबलीखेड़ा, डालखेड़ा, कन्हैयाखेड़ा, गढ़ी, अतरी, कंजौरा, सिरौली, बिरौली बहलोलपुर सहित जनपद हरदोई और उन्नाव सीमा क्षेत्र के 30 हजार ग्रामीण खेतों तक आवागमन करते हैं। इसी के जरिये बच्चे स्कूल भी जाते हैं। बारिश के समय जब नदी का पानी बढ़ जाता है, तो ग्रामीण सात सौ मीटर तक नाव के सहारे एक से दूसरे गांव पहुंचते हैं। बारिश के समय यह पुल क्षतिग्रस्त हो जाता है। जब बरसात थमती है तो ग्रामीण फिर से लकड़ी का पुल बनाते हैं। देश की आजादी के बाद से चली आ रही इस समस्या को पिछले साल दिसंबर में अमर उजाला ने प्रमुखता से उठाया था। शासन ने इसका संज्ञान लिया और अब सई नदी पर पक्के पुल को मंजूरी देने के साथ 13.63 करोड़ का बजट भी स्वीकृत कर दिया है। सेतु निगम को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। पुल हरदोई की तरफ से बनेगा। इसके लिए सेतु निगम ने बोर्ड भी लगा दिया है। रोशनाबाद में पुल निर्माण के लिए तीन करोड़ जारी
बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के ब्योलीइस्लामाबाद, फत्तेपुर, गुल्हरिया, धुरंधरखेड़ा, रहीमपुर, साभरखेड़ा, विश्रामखेड़ा, नदौली, भाऊखेड़ा, पंचमखेड़ा, जटपुर बेल्थरा, भिक्खनपुर गोपालपुर, हरईपुर, गोवापट्टी, हादीदादपुर, महोलिया, चहोलिया, चकहनुमान, अटवा वैक आदि गांवों के लोगों का हरदोई जनपद के बेहसार, गौरी, गंगूखेड़ा, हसनापुर, निकसुआ, सफियापुर, सिंधवल, मलिहाबाद, नेवादा, गौसगंज, तेरवा आदि गांवों में आना जाना होता है। सई नदी के दोनों ओर तलहटी में बसे गांवों में आने जाने में लिए लोगों को पुल न होने से नाव का सहारा लेना पड़ता है। सामान्य दिनों में नाव वाला 10 से 15 रुपये प्रति ग्रामीण एक बार का आवागमन कराने पर किराया लेता है, जबकि नदी की धार चौड़ी होने पर 20 से 30 रुपये का किराया वसूलता है। अमर उजाला में प्रकाशित खबरों के बाद पीडब्ल्यूडी ने रोशनाबाद में 55 मीटर लंबे पुल के लिए करीब छह करोड़ का प्रस्ताव भेजा था। अब शासन ने पुल निर्माण शुरू कराने के लिए तीन करोड़ रुपये जारी भी कर दिए हैं।
पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशाषी अभियंता सुबोध कुमार ने बताया कि रोशनाबाद में पुल निर्माण को तीन करोड़ रुपये जारी हो गए हैं। वहीं, गौरियाकला में पुल हरदोई की तरफ से बनाया जाएगा। सेतु निगम को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। औरास के मिर्जापुर अजिगांव में पुल के लिए कार्यदायी फर्म से अनुबंध कर लिया गया है। अगले कुछ दिन में काम धरातल पर नजर आने लगेगा।
कंजौरा निवासी कक्षा नौ की छात्रा कहकशा खातून का कहना है कि पढ़ाई के लिए मजबूरी में पुल से आना जाना पड़ता है। लकड़ी के पुल से गुजर कर विद्यालय आना बहुत ही जोखिमपूर्ण है। पुल बन जाने से बरसात के समय भी आसानी से विद्यालय आ जा सकेंगे।
गौरियाकला निवासी किसान भगवानशंकर ने बताया कि उनकी 10 बीघा भूमि नदी के पार हरदोई जनपद सीमा में है। कृषि की देखभाल करने और फसल पैदावार के बाद बरसात के दिनों में नाव पर डाल कर लाना पड़ता है। नदी में जब पानी कम हो जाता है तो इस लकड़ी के पुल से आना पड़ता है। इस पुल के बनने से किसानों को लाभ मिलेगा।
गौरियाकला निवासी मनमोहन मिश्रा ने बताया कि पुल पार कर छात्र छात्राएं स्कूल जाते हैं। फेरी दुकानदार व किसान भी जान जोखिम में डालकर आवागमन करते हैं। पुल स्वीकृति का बोर्ड लगने से जल्द निर्माण होने की उम्मीद जगी है।
गौरियाकला के पूर्व प्रधान ब्रजेंद्रपाल सिंह ने बताया है कि क्षेत्र के किसानों और राहगीरों के लिए सई नदी पर आवागमन के लिए पक्का पुल न होना एक बड़ी समस्या थी। गांव के सामने हरदोई जनपद से पुल स्वीकृति का बोर्ड लगाया गया है। इस पुल के बनने से दोनों जनपदों की सीमा में आने वाले ग्रामीणों को फायदा होगा।
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