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उन्नाव। वीवीआईपी की एंबुलेंस को बिना रुकावट जिले की सीमा से जाने देने के लिए रविवार शाम करीब छह बजे लखनऊ-कानपुर हाईवे को ग्रीन कॉरीडोर में तब्दील कर दिया गया। एक तरफ का यातायात रोककर लखनऊ हवाई अड्डे से एंबुलेंस सीधे कानपुर रिजेंसी अस्पताल पहुंची। एंबुलेंस में कौन वीवीआईपी था, इसे गोपनीय रखा गया।
रविवार दोपहर जिला प्रशासन को लखनऊ के उच्चाधिकारियों से निर्देश मिला कि वीवीआईपी एंबुलेंस के लिए हाईवे पर आपातकालीन ग्रीन कॉरीडोर बनाया जाए। हाईवे के सभी थानों की पुलिस और यातायात पुलिस चार बजते ही अलर्ट मोड पर आ गई।
हाईवे के प्रमुख चौराहों और तिराहों से वाहनों को व्यवस्थित ढंग से निकाला जाने लगा। शाम छह बजे जैसे ही वीवीआईपी की एंबुेंलस के लखनऊ से जिले की सीमा में (बनी पुल के पास) प्रवेश की सूचना मिली, वाहनों को लिंक मार्ग से निकाल कर हाईवे पर जाने से रोक दिया गया।
एंबुलेंस के आगे और पीछे दो स्कोर्ट भी थे। सीओ यातायात अशुतोष कुमार ने बताया कि उच्चाधिकारियों से निर्देश मिले थे कि लखनऊ हवाई अड्डे से कानपुर रिजेंसी किसी वीवीआईपी को पहुंचाया जाना है। इसलिए हाईवे को ग्रीन कॉरीडोर में तब्दील कर दिया जाए। सीओ ने बताया कि एंबुलेंस में कौन था, इसकी जानकारी नहीं दी गई। इसे पूरी तरह गोपनीय रखा गया है। बताया कि जिले की सीमा से एंबुलेंस को बिना रुके सुरक्षित तरीके से निकाल दिया गया है।
उन्नाव। वीवीआईपी की एंबुलेंस को बिना रुकावट जिले की सीमा से जाने देने के लिए रविवार शाम करीब छह बजे लखनऊ-कानपुर हाईवे को ग्रीन कॉरीडोर में तब्दील कर दिया गया। एक तरफ का यातायात रोककर लखनऊ हवाई अड्डे से एंबुलेंस सीधे कानपुर रिजेंसी अस्पताल पहुंची। एंबुलेंस में कौन वीवीआईपी था, इसे गोपनीय रखा गया।
रविवार दोपहर जिला प्रशासन को लखनऊ के उच्चाधिकारियों से निर्देश मिला कि वीवीआईपी एंबुलेंस के लिए हाईवे पर आपातकालीन ग्रीन कॉरीडोर बनाया जाए। हाईवे के सभी थानों की पुलिस और यातायात पुलिस चार बजते ही अलर्ट मोड पर आ गई।
हाईवे के प्रमुख चौराहों और तिराहों से वाहनों को व्यवस्थित ढंग से निकाला जाने लगा। शाम छह बजे जैसे ही वीवीआईपी की एंबुेंलस के लखनऊ से जिले की सीमा में (बनी पुल के पास) प्रवेश की सूचना मिली, वाहनों को लिंक मार्ग से निकाल कर हाईवे पर जाने से रोक दिया गया।
एंबुलेंस के आगे और पीछे दो स्कोर्ट भी थे। सीओ यातायात अशुतोष कुमार ने बताया कि उच्चाधिकारियों से निर्देश मिले थे कि लखनऊ हवाई अड्डे से कानपुर रिजेंसी किसी वीवीआईपी को पहुंचाया जाना है। इसलिए हाईवे को ग्रीन कॉरीडोर में तब्दील कर दिया जाए। सीओ ने बताया कि एंबुलेंस में कौन था, इसकी जानकारी नहीं दी गई। इसे पूरी तरह गोपनीय रखा गया है। बताया कि जिले की सीमा से एंबुलेंस को बिना रुके सुरक्षित तरीके से निकाल दिया गया है।
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