[ad_1]
ख़बर सुनें
उन्नाव। आयुष्मान कार्ड बनाने वाले पोर्टल में बदलाव होने से सर्वर पूरी तरह धड़ाम हो गया है। एक सप्ताह से आयुष्मान कार्ड बनाने में दिक्कत आ रही है। कभी 10 तो कभी 12 कार्ड ही बन पा रहे हैं। इससे लाभार्थी परेशान हैं। सीएमओ ने शासन को इसकी रिपोर्ट भेजी है। जिले में अभी तक सिर्फ 27 फीसदी लाभार्थियों के ही कार्ड बने हैं।
साल 2018 में लाभार्थियों की संख्या एक लाख 94 हजार 488 थी। अब यह संख्या बढ़कर 17 लाख 37 हजार 986 पहुंच गई है। कार्ड बनाने के लिए पहले वीएलई और आरोग्य मित्र लगाए गए थे। विशेष अभियान भी चलाया गया। फिर भी स्थिति यह है कि पांच साल में चार लाख 36 हजार 350 लाभार्थियों के ही आयुष्मान कार्ड बन पाए। वीएलई की लापरवाही को देखते हुए अब उन्हें योजना से हटा दिया गया है।
अब आशा कार्यकर्ताओं के साथ पंचायत सहायक को कार्ड बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आंकड़ों के मुताबिक अब तक जिले में 17 लाख 37 हजार 986 लक्ष्य के सापेक्ष चार लाख 57 हजार 426 कार्ड बन चुके हैं। अभी भी 73 फीसदी लाभार्थी कार्ड के लिए भटक रहे हैं। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि कार्ड बनाने के लिए बनाया गया पोर्टल बदलने से दिक्कत आई है।
आयुष्मान कार्ड धारकों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन ने कलक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया है। इसमें बीएसए संजय तिवारी मोबाइल नंबर 9453004177, आशीष कुमार प्रभारी विधिक माप विज्ञान 9935478829, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कामद शुक्ल के मोबाइल नंबर 9369278422 पर शिकायत कर सकते हैं। सहायक में अनमोल सिंह चौहान 6386,989556, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी अमित सोनकर 9415429607 और सहायक में अविचल तिवारी 8004260745 के मोबाइल नंबर पर भी शिकायत कर सकते हैं।
उन्नाव। आयुष्मान कार्ड बनाने वाले पोर्टल में बदलाव होने से सर्वर पूरी तरह धड़ाम हो गया है। एक सप्ताह से आयुष्मान कार्ड बनाने में दिक्कत आ रही है। कभी 10 तो कभी 12 कार्ड ही बन पा रहे हैं। इससे लाभार्थी परेशान हैं। सीएमओ ने शासन को इसकी रिपोर्ट भेजी है। जिले में अभी तक सिर्फ 27 फीसदी लाभार्थियों के ही कार्ड बने हैं।
साल 2018 में लाभार्थियों की संख्या एक लाख 94 हजार 488 थी। अब यह संख्या बढ़कर 17 लाख 37 हजार 986 पहुंच गई है। कार्ड बनाने के लिए पहले वीएलई और आरोग्य मित्र लगाए गए थे। विशेष अभियान भी चलाया गया। फिर भी स्थिति यह है कि पांच साल में चार लाख 36 हजार 350 लाभार्थियों के ही आयुष्मान कार्ड बन पाए। वीएलई की लापरवाही को देखते हुए अब उन्हें योजना से हटा दिया गया है।
अब आशा कार्यकर्ताओं के साथ पंचायत सहायक को कार्ड बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आंकड़ों के मुताबिक अब तक जिले में 17 लाख 37 हजार 986 लक्ष्य के सापेक्ष चार लाख 57 हजार 426 कार्ड बन चुके हैं। अभी भी 73 फीसदी लाभार्थी कार्ड के लिए भटक रहे हैं। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि कार्ड बनाने के लिए बनाया गया पोर्टल बदलने से दिक्कत आई है।
आयुष्मान कार्ड धारकों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन ने कलक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया है। इसमें बीएसए संजय तिवारी मोबाइल नंबर 9453004177, आशीष कुमार प्रभारी विधिक माप विज्ञान 9935478829, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कामद शुक्ल के मोबाइल नंबर 9369278422 पर शिकायत कर सकते हैं। सहायक में अनमोल सिंह चौहान 6386,989556, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी अमित सोनकर 9415429607 और सहायक में अविचल तिवारी 8004260745 के मोबाइल नंबर पर भी शिकायत कर सकते हैं।
[ad_2]
Source link