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मौरावां। थानाक्षेत्र के एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित किशोरी के घर में सोमवार देर शाम संदिग्ध हालात में आग लग गई। इससे दुष्कर्म पीड़िता का चार माह का बच्चा और उसकी तीन महीने की बहन गंभीर रूप से झुलस गई। अग्निशमन जवानों ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। झुलसे दोनों बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर किया गया है। पीड़िता की मां ने जमानत पर छूटकर आए दुष्कर्म के आरोपियों पर आग लगाने का आरोप लगाया है।
मौरावां थानाक्षेत्र के एक गांव में 13 फरवरी 2022 को 13 साल की बच्ची से गांव के ही अरुण, सतीश और अमन ने दुष्कर्म किया था। बच्ची गर्भवती हो गई थी। उसने जिला महिला अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। बच्ची के मां बनने के बाद पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया था। कुछ समय पहले आरोपी जमानत पर छूटकर आए हैं। पीड़िता के अनुसार आरोपी हर लगातार सुलह का दबाव बनवा रहे हैं। सोमवार शाम घर में आग लग गई। इससे गृहस्थी का सामान जल गया। दुष्कर्म पीड़िता की मां का आरोप है कि नामद आरोपियों ने मुकदने में सुलह न करने पर उसके घर में आग लगाई है। ग्रामीणों की सूचना पर दमकल पहुंची और आग पर काबू पाया गया।
बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। बाद में दोनों की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टर के मुताबिक बच्चे करीब 50 फीसदी जल गए हैं। एसओ ने बताया कि अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। दोनों बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर करा दिया गया है। इलाज जारी है।
पांच दिन पहले हुई थी मारपीट
सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के पिता 13 अप्रैल को पड़ोसी के यहां तिरपाल से लेकर लौट रहे थे। रास्ते में उसके सिर पर कुल्हाड़ी से वार हुआ था। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। रेप पीड़िता की मां ने पहले जेल से बाहर आए तीनों युवकों के दबाव में अपने ससुर और देवर पर हमला करने का आरोप लगाया था। आरोप था कि उसके ससुर और देवर भी मुकदमे में सुलह की बात कह रहे हैं। हालाकि उसने तहरीर नहीं दी थी। लगातार हो रही घटनाओं से पुलिस भी परेशान है।
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