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उन्नाव। जिले में तीन लाख से अधिक लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए पहली वैक्सीन लगवाने के बाद दूसरी डोज नहीं लगवाई। वहीं बूस्टर डोज न लगवाने वालों में 12.15 लाख लोग शामिल हैं।
जिले में कोरोना की पहली लहर मार्च 2020 में आई थी। लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए कोविड अस्पतालों में भर्ती कर इलाज किया गया। बचाव के लिए टीकाकरण शुरू हुआ ताकि लोग संक्रमण की चपेट में न आएं। टीकाकरण के लिए जिले में 2592046 लोग चिन्हित थे। पहली लहर में कोविशील्ड और को-वैक्सीन का पहला टीका लगाया गया। उसके बाद संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई लेकिन साल 2021 और 22 में दो लहरें और आ गईं। लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए जिला अस्पताल के साथ सीएचसी, पीएचसी और निजी अस्पतालों में टीकाकरण की दूसरी डोज के बाद बूस्टर डोज लगना शुरू हुआ। हालांकि पिछले तीन सालों में टीकाकरण पूरा नहीं हो पाया। अब चौथी लहर आने के बाद भी स्थिति यह है कि आज भी 369630 लोग ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना की दूसरी डोज ही नहीं लगवाई। वहीं बूस्टर डोज न लगवाने वालों में 1215576 लोग शामिल हैं। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि टीकाकरण लगातार चल रहा था। लोगों को लगवाने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा था लेकिन वैक्सीन की कमी होने से कुछ दिक्कत आई है। वैक्सीन मिलते ही टीकाकरण फिर रफ्तार पकड़ेगा।
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