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संवाद न्यूज एजेंसी
उन्नाव। चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों ने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू दिया है। सुबह दस बजे से गर्मी ने जो कहर बरपाना शुरू किया वह दोपहर एक बजे अपने चरम पर पहुंच गया। इस दौरान पारा 41 डिग्री चढ़ गया। जिसके चलते गर्मी से बचाव के उपाय भी नाकाफी साबित हुए। रविवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में सिर्फ 10 डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा।
भीषण गर्मी ने रविवार को लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया। सुबह 11 बजे से ही सड़कों और बाजारों में सन्नाटा छा गया। रविवार दोपहर अधिकतम तापमान 41 डिग्री पहुंच गया। बदन झुलसाती धूप और गर्म हवा के थपेड़ों ने लोगों को घरों से निकलना दुश्वार कर दिया। जो लोग घरों से निकलने को मजबूर वह धूप और गरमी से बचाव के तमाम उपाय किए नजर आए। महिलाएं चेहरे पर कपड़ा लपेटे दिखीं। फुल आस्तीन दस्ताने और चश्मा लगाकर धूप और गर्मी से बचने की कोशिश करते दिखे। पुरुष भी गमछा, टोपी, चश्मा के सहारे धूप से बचाव करते रहे। युवतियां सिर पर दुपट्टा रख तेज धूप से बचाव करती रहीं। पुर्वी हवा ने आद्रता (नमी) बढ़ाई। रविवार को अधिकतम तापमान 41.2 और न्यूनतम 31 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
गर्मी से बचाव के टिप्स
-फुल आस्तीन कपड़े पहनें
-सिर और चेहरा ढक कर चलें
-पानी पीने के बाद ही घर से निकलें
-एसी कूलर रूम से सीधे धूप में न जाएं
-धूप से आकर तुरंत पानी ठंडे पेयपदार्थ न पीयें
लू व डायरिया के लक्षण
बार-बार प्यास लगना, तेज सिर दर्द होना, कमजोरी लगना
चक्कर आना, आखों के आगे अंधेरा होना, बेहोशी आना, पतले दस्त होना, हथेली और पैर के तलवों में जलन होना, त्वचा में झुर्रियां पडऩा, ब्लड प्रेशर लो होना।
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