जनपद उन्नाव के सफीपुर कोतवाली क्षेत्र में 29 अप्रैल को हुई वृद्ध की मौत के मामले में पत्नी ने दामाद पर हत्या का आरोप लगा कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट के आदेश व डीएम के निर्देश पर शुक्रवार को कब्रगाह से एसडीएम व सीओ की मौजूदगी में शव खुदवाकर पोस्टमार्टम को भेजा गया। जहां तीन डाक्टर के पैनल ने वीडियो ग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया।
आपको बताते चलें कि कोतवाली क्षेत्र के सलीन्द गांव निवासी मोइउद्दीन उर्फ मुन्ना (70) की 29 अप्रैल 2023 को मौत हो गई थी। इस मामले में कोर्ट के आदेश पर दामाद जैद पुत्र अकील व उसके अन्य साथियों के विरुद्ध दर्ज हत्या के मामले में विवेचना के लिए डीएम अपूर्वा दुबे के निर्देश पर चार माह 10 दिन बाद एसडीएम रामदेव निषाद, सीओ ऋषिकांत शुक्ला व डीएम के प्रतिनिधि के तौर पर संयुक्त निदेशक अभियोजन के अलावा मृतक की विधवा फरहत उस्मानी व अन्य परिजनों की मौजूदगी कब्रगाह से शव खुदवाया गया।
इसके बाद शव पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जहां पैनल में शामिल तीन डाक्टर फैसल जुबेर नेत्र चिकिसक, डा. कौशलेंद्र और अचलगंज सीएचसी प्रभारी आशुतोष वार्ष्णेय की देखरेख में पोस्टमार्टम हुआ। साथ ही पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया के दौरान वीडियो ग्राफी भी हुई। शव काफी पुराना होने से गल गया था।
सूत्र बताते हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। डाक्टरों ने जांच के लिए बिसरा सुरक्षित किया है। शरीर में बचे आंत व पेट के अलावा अन्य हिस्सों को जांच के लिए रखे गए हैं। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस शव लेकर वापस कब्रगाह गई। जहां इंस्पेक्टर श्याम नारायण सिंह सहित फोर्स व परिजनों की मौजूदगी में उसे फिर से उसी कब्रगाह में दफना दिया गया। सीओ ऋषि कांत शुक्ला ने बताया कि डीएम के निर्देश पर शव खुदवाया गया था। पोस्टमार्टम के बाद शव को दोबारा दफना दिया गया।