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आंवला से भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप के हाथों से आरके गोला का सम्मान
– फोटो : अमर उजाला
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महाठग आरके गोला ने मामूली बीमा एजेंट से चिटफंड कंपनी कारोबार में बड़ा मुकाम बनाया। वह हमेशा सत्तापक्ष के साथ और नेताओं का बगलगीर रहा। गरीबों की मेहनत की कमाई ठगकर वह नेताओं की पार्टियों और रैलियों में खपाता था। यही वजह रही जो कई मुकदमों के बाद भी नेताओं की कृपा से गोला खुलेआम घूम रहा था।
गोला किसी वक्त बीमा एजेंट का काम करता था। वर्ष 2008 में उसने आईसीएल कंपनी (इमेज कैरियर लिमिटेड) की शुरुआत की और लोगों को सब्जबाग दिखाकर अपनी कंपनी में निवेश कराने लगा। एक अनुमान के मुताबिक गोला ने कंपनी में लगभग एक लाख लोगों को एजेंट के रूप में जोड़ा था।
एजेंटों ने करोड़ों रुपये कंपनी में निवेश कराए। जब लोगों के निवेश किए रुपये लौटाने की मियाद पूरी हुई तो उन्होंने इसके लिए आवेदन किया। रुपये नहीं मिलने पर लोगों ने कई बार गांधीनगर स्थित कंपनी के कार्यालय पर हंगामा किया। अब परेशान लोगों ने खुद ही आरके गोला को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
सरकार किसी की रही, जलवा गोला का रहा
सूबे में सरकार किसी भी पार्टी की हो, गोला का जलवा बरकरार रहता था। सपा सरकार में उसने नेताओं की सरपरस्ती से कामधेनु डेयरी का प्रोजेक्ट हासिल किया था। वहां आलीशान फार्म हाउस बनाया था जिसमें अक्सर नेता आते थे। भाजपा के नेताओं और मंत्रियों तक उसकी अच्छी पकड़ थी।
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