UP Board Paper Leak: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की ओर से आयोजित कराई जा रही दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में बड़ा बवाल सामने आया। जब बारहवीं कक्षा के अंग्रेजी विषय के प्रश्नपत्र लीक हो गए। यह घटना राज्य के बलिया जिले से सामने आई है। इस मामले पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक ब्रजेश कुमार मिश्रा को निलंबित कर दिया है। बोर्ड ने इस बार नकल रहित परीक्षा आयोजित कराने के लिए कड़े बंदोबस्त किए थे। हालांकि, इसके बावजूद नकल माफिया प्रशासन से आगे रहा। पर सवाल यह है कि इतनी चाक चौबंद व्यवस्था के बावजूद परीक्षा के पेपर कैसे लीक हुएं और पेपर के बोर्ड से परीक्षा केंद्र तक पहुंचने की क्या है पूरी प्रक्रिया। हम आपको बता रहे हैं इस खबर में…
UP Board Paper Leak: इन जिलों में रद्द हुए पेपर
अंग्रेजी के पेपर लीक होने के बाद राज्य के 24 जिलों बलिया, एटा, बागपत, बदायूं, सीतापुर, कानपुर देहात, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, गोंडा, आजमगढ़, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, शामली, शाहजहांपुर, उन्नाव, जालौन, महोबा, आंबेडकरनगर और गोरखपुर में परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। अन्य 51 जिलों में परीक्षा विधिवत रूप से आयोजित की गई है। इंटरमीडिएट की अंग्रेजी विषय की सीरीज 316 ईडी और 316 ईआई के प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
UP Board Paper Leak: अब कब होगी परीक्षा?
खबरों के मुताबिक आज रद्द की गई अंग्रेजी की परीक्षा अब 13 अप्रैल को दोबारा आयोजित की जाएगी। सभी 24 जिलों में परीक्षा सुबह 8:00 बजे से 11:15 बजे तक की पाली में आयोजित की जाएगी। छात्रों को तय समय के अनुसार अपने संबंधित परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित होना पड़ेगा।
UP Board Paper Leak: कैसे लीक हुआ पेपर?
यूपी बोर्ड की अंग्रेजी विषय की परीक्षा का पेपर कैसे लीक हुआ इस बात की पुख्ता जानकारी तो जांच के बाद ही बाहर आ सकेगी। अब तक मिली जानकारी के अनुसार परीक्षा से पहले ही प्रश्न-पत्र सोशल मीडिया पर लीक हुआ था और छात्रों को मुंहमांगी कीमत पर उपलब्ध कराया जा रहा था। मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की। पेपर लीक होने की घटना के लिए सरकार ने एसटीएफ जांच की बात कही है। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्र से ही लीक हुआ है।
UP Board Paper Leak: प्रशासन ने की थी तैयारी
श्री डी सी वैदिक इंटर कॉलेज, आगरा की प्राचार्य डॉ गुंजन आर्य ने बताया कि सरकार ने इस साल कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी की थी। परीक्षा केंद्रों पर परीक्षक के अलावा अतिरिक्त परीक्षक की भी तैनाती की गई थी। इसके अलावा केंद्रों पर बड़ी संख्या में सीसीटीवी की व्यवस्था की गई थी। सभी परीक्षा केंद्रों पर नजर रखने के लिए लखनऊ में एक कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई थी। उन्होंने बताया कि आईसीएसई और सीबीएसई की परीक्षा में पेपर परीक्षा से आधे घंटे पहले केंद्र तक पहुंचते हैं। वहीं, यूपी बोर्ड की परीक्षा कहीं बड़े स्तर पर आयोजित होती है। इस कारण प्रश्नपत्र को कहीं पहले परीक्षा केंद्रों तक पहुंचा दिया जाता है।