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UP Bypoll Election
– फोटो : अमर उजाला
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रामपुर की स्वार विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में इस बार न तो आजम खां के परिवार का कोई सदस्य चुनावी मैदान में है और न ही नवाब परिवार का। नवाब परिवार का इस सीट पर लंबे समय तक दबदबा रहा है। उसके आजम खां के परिवार के झोली में यह सीट आ गई थी। लेकिन इस बार जितने भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं उनका संबंध इन दोनों से परिवारों से नहीं है।
सारे प्रत्याशी स्थानीय है। स्थानीय विधायक इस चुनाव का मुद्दा भी है। स्वार सीट पर अब जितने चुनाव हुए हैं उसमें कुछ को छोड़ दिया जाए तो यहां पर घरानों की राजनीति हावी रही है। नवाब परिवार इसे अपनी पारंपरिक सीट मानता है। नवाब परिवार के कई सदस्य इस सीट से विधायक भी रहे हैं। इसके अलावा नवाब परिवार ने अपने कई समर्थकों को भी विधायक बनाया है।
इसके बाद यह सीट पर आजम खां के परिवार का दबदबा हो गया। स्वार सीट से आजम खां के पुत्र अब्दुल्ला आजम 2017 और 2022 में चुनाव जीते। यह बात अलग है कि दोनों बार उनकी विधायकी चली गई।
2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर नवाब परिवार के हैदर अली खान और आजम खां पुत्र अब्दुल्ला आजम के बीच टक्कर हुई थी, जिसमें अब्दुल्ला आजम विजयी रही थे। उपचुनाव में हैदर अली खान अपना दल (एस) टिकट के दावेदार तो थे लेकिन पार्टी ने उन पर विश्वास नहीं जताया। इस तरह से इस बार न तो आजम परिवार का कोई सदस्य चुनावी मैदान में है और न ही नवाब परिवार का। उपचुनाव में चाहे जो भी जीते वह स्थानीय होगा। इस बार के उपचुनाव का मुद्दा भी स्थानीय विधायक है।
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