UP Chunav 2022: चुनाव में दागी प्रत्याशियों का बहिष्कार करेंगे बीएचयू के छात्र 

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: उत्पल कांत
Updated Wed, 09 Feb 2022 10:32 PM IST

सार

छात्र संवाद में छात्रों ने  कहा कि विश्वविद्यालयों में छात्र राजनीति का बन्द होना और छात्रसंघों पर पाबंदी भी राजनीतिक दलों को गंदा बना रही है।

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बीएचयू के बिड़ला छात्रावास में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर आयोजित छात्र संवाद में छात्रों ने दागी प्रत्याशियों के चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। उनका कहना था कि सभी राजनीतिक दलों को राष्ट्रवाद और गीता के आदर्शों पर चुनाव लड़ना चाहिए। इन्हीं से राजनीतिक मूल्यों की रक्षा हो सकती है। 

छात्र संवाद में पोस्ट डॉक्टोरल डॉ अवनींद्र राय ने कहा कि विश्वविद्यालयों में छात्र राजनीति का बन्द होना और छात्रसंघों पर पाबंदी भी राजनीतिक दलों को गंदा बना रही है।उन्होंने कहा कि विधायक एवं सांसद को संसद द्वारा एवं राजनैतिक दलों द्वारा गीता के कर्मवाद की शिक्षा देनी चाहिए।

मनीष तिवारी ने कहा कि राजनीति में कर्मयोगी होना सिखाया जाना चाहिए और उनके अंदर मानवीय मूल्यों को भी जागृत करने की आवश्यकता है। शोध छात्र मृत्युंजय तिवारी आजाद ने कहा कि चुनाव ही सही वक्त है जब प्रत्याशियों से मूल्यों की राजनीति पर बात की जा सकती है।

आज देश में प्रखर राष्ट्रवाद के  शंखनाद का सही समय है। इसके साथ ही स्वेतांक मिश्र, सुयश राय, अभय चौरसिया आदि ने भी अपनी बात प्रमुखता से रखी। कार्यक्रम का संचालन हॉस्टल कोआर्डिनेटर डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्र, अध्यक्षता डॉ अशोक सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनिल कुमार सिंह ने किया।

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विस्तार

बीएचयू के बिड़ला छात्रावास में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर आयोजित छात्र संवाद में छात्रों ने दागी प्रत्याशियों के चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। उनका कहना था कि सभी राजनीतिक दलों को राष्ट्रवाद और गीता के आदर्शों पर चुनाव लड़ना चाहिए। इन्हीं से राजनीतिक मूल्यों की रक्षा हो सकती है। 

छात्र संवाद में पोस्ट डॉक्टोरल डॉ अवनींद्र राय ने कहा कि विश्वविद्यालयों में छात्र राजनीति का बन्द होना और छात्रसंघों पर पाबंदी भी राजनीतिक दलों को गंदा बना रही है।उन्होंने कहा कि विधायक एवं सांसद को संसद द्वारा एवं राजनैतिक दलों द्वारा गीता के कर्मवाद की शिक्षा देनी चाहिए।

मनीष तिवारी ने कहा कि राजनीति में कर्मयोगी होना सिखाया जाना चाहिए और उनके अंदर मानवीय मूल्यों को भी जागृत करने की आवश्यकता है। शोध छात्र मृत्युंजय तिवारी आजाद ने कहा कि चुनाव ही सही वक्त है जब प्रत्याशियों से मूल्यों की राजनीति पर बात की जा सकती है।

आज देश में प्रखर राष्ट्रवाद के  शंखनाद का सही समय है। इसके साथ ही स्वेतांक मिश्र, सुयश राय, अभय चौरसिया आदि ने भी अपनी बात प्रमुखता से रखी। कार्यक्रम का संचालन हॉस्टल कोआर्डिनेटर डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्र, अध्यक्षता डॉ अशोक सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनिल कुमार सिंह ने किया।

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