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सार
आगरा में पिछले चुनाव की तुलना में 2.83 प्रतिशत मतदान घटा है, जबकि शामली में सबसे ज्यादा 2.41 प्रतिशत मतदान बढ़ा है।
उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में हुए पहले चरण के मतदान में आगरा का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। पिछले चुनाव में यहां 63.49 फीसदी वोट पड़े थे। इस बार 60.66 फीसदी मतदान हुआ है। इस तरह 2.83 प्रतिशत की कमी आई है। मतदान प्रतिशत में सबसे कम गिरावट मेरठ में आई है। जबकि शामली सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए अव्वल पायदान पर है। शामली में पिछले चुनाव की तुलना में 2.41 फीसदी वोट अधिक पड़ा है।
निर्वाचन आयोग ने पहले चरण में हुए मतदान की रविवार को तुलनात्मक रिपोर्ट जारी की। जिसमें मतदान प्रतिशत के मामले में ताजनगरी सबसे फिसड्डी रही है। दस फरवरी को आगरा की नौ विधानसभा सीटों सहित पहले चरण में 11 जिलों की कुल 58 सीटों पर मतदान हुआ था। जिले की नौ सीटों पर 34.77 लाख मतदाता थे। जिनमें 21.02 लाख ने वोट किया।
आगरा में 60.66 प्रतिशत मतदान हुआ
आगरा जिले में कुल 60.66 प्रतिशत मतदान हुआ है। करीब 13.74 लाख मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। 2017 में जिले की नौ सीटों पर 63.49 फीसदी वोट पड़े थे। जिला प्रशासन ने इसके लिए कोरोना संक्रमण और खराब मौसम को जिम्मेदार ठहराया है।
पहले चरण के 11 जिलों में बागपत, हापुड़, बुलंदशहर, मेरठ और शामली को छोड़कर सभी जिलों में मतदान में कमी आई है। शामली में पिछला रिकॉर्ड टूटा है। 2017 में वहां 67.76 प्रतिशत वोट पड़े थे। इस बार 70.17 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले पांच साल में 2.41 प्रतिशत मतदान अधिक हुआ है। हापुड़ में 66.31 से बढ़कर मतदान 67.40 प्रतिशत पहुंचा है।
जिले में फतेहपुर सीकरी अव्वल
जिले की नौ सीटों पर सबसे ज्यादा मतदान फतेहपुर सीकरी क्षेत्र में हुआ है। यहां 67.89 फीसदी वोट पड़े हैं। एत्मादपुर में 67.52 और फतेहाबाद में 67.01प्रतिशत मतदान हुआ है। आगरा ग्रामीण व खेरागढ़ भी मतदान में प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण हुई हैं। छावनी में सबसे कम 53.69 प्रतिशत, उत्तर में 54.97 प्रतिशत, दक्षिण सीट पर 56.64 फीसदी वोट पड़े हैं।
इन सीटों पर सबसे ज्यादा मतदान
- कैराना: 75.01 %
- शामली: 70.17 %
- खतौली: 69.65%
- किठौर: 69.46 %
- सिवालखास: 68.92 %
- मीरपुर: 68.65 %
इन सीटों पर सबसे कम मतदान
- साहिबाबाद: 47.03%
- नोएडा: 48.74%
- गाजियाबाद: 51.57%
- आगरा छावनी: 53.69%
- आगरा उत्तर: 54.97%
पहले चरण के मतदान की तुलनात्मक रिपोर्ट
जिला |
सीटें |
2017 में मतदान |
2022 में मतदान |
अंतर |
आगरा |
9 |
63.49% |
60.66% |
2.83% कमी |
अलीगढ़ |
7 |
63.48% |
62.17% |
1.31% कमी |
मुजफ्फरनगर |
6 |
67.16% |
66.74% |
0.42% कमी |
गौतमबुद्ध नगर |
3 |
56.80% |
55.83% |
0.97% कमी |
मथुरा |
5 |
64.98% |
63.46% |
1.52% कमी |
बागपत |
3 |
64.33% |
64.91% |
0.58% वृद्धि |
बुलंदशहर |
7 |
64.47% |
65.04% |
0.47% वृद्धि |
हापुड़ |
3 |
66.31% |
67.40% |
1.09% वृद्धि |
मेरठ |
7 |
66.64% |
64.67% |
0.03% वृद्धि |
शामली |
3 |
67.76% |
70.17% |
2.41% वृद्धि |
खराब मौसम से आई कमी
आगरा के जिलाधिकारी प्रभु एन. सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण और खराब मौसम के कारण मतदान प्रभावित हुआ है। दोपहर बाद मतदान में तेजी आई। जिले का मतदान प्रतिशत 60 से अधिक है। मतदाता जागरूकता के लिए अभियान भी चलाया था।
विस्तार
उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में हुए पहले चरण के मतदान में आगरा का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। पिछले चुनाव में यहां 63.49 फीसदी वोट पड़े थे। इस बार 60.66 फीसदी मतदान हुआ है। इस तरह 2.83 प्रतिशत की कमी आई है। मतदान प्रतिशत में सबसे कम गिरावट मेरठ में आई है। जबकि शामली सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए अव्वल पायदान पर है। शामली में पिछले चुनाव की तुलना में 2.41 फीसदी वोट अधिक पड़ा है।
निर्वाचन आयोग ने पहले चरण में हुए मतदान की रविवार को तुलनात्मक रिपोर्ट जारी की। जिसमें मतदान प्रतिशत के मामले में ताजनगरी सबसे फिसड्डी रही है। दस फरवरी को आगरा की नौ विधानसभा सीटों सहित पहले चरण में 11 जिलों की कुल 58 सीटों पर मतदान हुआ था। जिले की नौ सीटों पर 34.77 लाख मतदाता थे। जिनमें 21.02 लाख ने वोट किया।
आगरा में 60.66 प्रतिशत मतदान हुआ
आगरा जिले में कुल 60.66 प्रतिशत मतदान हुआ है। करीब 13.74 लाख मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। 2017 में जिले की नौ सीटों पर 63.49 फीसदी वोट पड़े थे। जिला प्रशासन ने इसके लिए कोरोना संक्रमण और खराब मौसम को जिम्मेदार ठहराया है।
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