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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, फर्रुखाबाद
Published by: प्रभापुंज मिश्रा
Updated Wed, 26 Jan 2022 03:15 PM IST
सार
2019 से पद संभालने के बाद पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की थी। इससे संगठन मजबूत होने के साथ कांग्रेस कमेटी को नई ऊर्जा मिली थी। विधानसभा चुनाव में विजय कटियार ने कांग्रेस से फर्रुखाबाद सदर सीट पर टिकट के लिए आवेदन किया था।
विजय कटियार, लुईस खुर्शीद
– फोटो : amar ujala
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विस्तार
फर्रुखाबाद सदर सीट पर टिकट न मिलने से नाराज जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस छोड़ बसपा का दामन थाम लिया है। अब वह पूर्व विदेश मंत्री की पत्नी लुईस खुर्शीद के सामने सदर सीट पर बसपा से चुनाव लड़ेंगे जिलाध्यक्ष के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय कटियार ने नवंबर 2019 से पद संभालने के बाद पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की थी। इससे संगठन मजबूत होने के साथ कांग्रेस कमेटी को नई ऊर्जा मिली थी। विधानसभा चुनाव में विजय कटियार ने कांग्रेस से फर्रुखाबाद सदर सीट पर टिकट के लिए आवेदन किया था।
पार्टी ने सदर सीट से पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद को टिकट देकर चुनावी रण में उतार दिया। पार्टी के लिए दिनरात मेहनत करने के बावजूद टिकट न मिलने से जिलाध्यक्ष विजय कटियार नाराज थे। विजय कटियार के पिता स्व.राजेंद्र नाथ कटियार कांग्रेस से लगातार 10 वर्ष जिलाध्यक्ष पद पर रहे थे।
मेहनत के बावजूद कांग्रेस से टिकट न मिलना विजय कटियार की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया। इसी के चलते उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और बहुजन समाज पार्टी(बसपा) का दामन थाम लिया। बसपा से उन्हें फर्रुखाबाद सदर सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट भी मिल गया। पता चला है कि बसपा पहले से ही पिछड़ा वर्ग को टिकट देने पर विचार कर रही थी।
विजय कटियार के बसपा में शामिल हो जाने से पिछड़ा वर्ग का चुनावी रण में उतारने के लिए बसपा को प्रत्याशी भी मिल गया। इधर संगठन को मजबूती देने वाले जिलाध्यक्ष के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बसपा जिलाध्यक्ष नगेंद्र पाल सिंह जाटव ने बताया कि विजय कटियार को सदर सीट से पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया गया है।
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