UP Election 2022: ब्रज में प्रत्याशियों की भरमार, हाई प्रोफाइल करहल विधानसभा सीट से सिर्फ तीन दावेदार

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सार

इस विधानसभा चुनाव में करहल हाई प्रोफाइल सीट बन गई है। यहां से सपा मुखिया अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा से केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल चुनाव मैदान में है। वहीं बसपा ने कुलदीप नरायन को प्रत्याशी बनाया है। 

भाजपा से एसपी सिंह, सपा से अखिलेश यादव, बसपा से कुलदीप नरायन
– फोटो : अमर उजाला

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ब्रज में विधायक बनने के लिए चारों जिलों में प्रत्याशियों की भरमार है, लेकिन मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट पर केवल तीन ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। पूरे प्रदेश की नजरें करहल विधानसभा सीट पर टिकी हैं। यहां से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल चुनाव लड़ रहे हैं। प्रत्याशियों की संख्या कम होने से यहां मुकाबला सीधा और दिलचस्प हो गया है। 

ब्रज में आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी जिला भी शामिल है। चार जिलों में कुल 23 विधानसभा सीटें हैं। यहां पहले और तीसरे चरण में मतदान होना है। विधानसभा निर्वाचन के लिए इन जिलों में नामांकन का कार्य पूरा हो चुका है। नामांकन पत्रों की जांच के बाद एक अलग ही तस्वीर सामने आई है। ब्रज की 22 सीटों पर जहां औसतन 10 से 13 प्रत्याशी मैदान में हैं तो वहीं करहल विधानसभा सीट पर केवल तीन ही प्रत्याशी मैदान में हैं। 

अखिलेश, एसपी सिंह और कुलदीप नरायन लड़ रहे चुनाव 

करहल मैनपुरी जिले की वही सीट है, जहां से पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं। इसी सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल उन्हें चुनौती दे रहे हैं। तीसरे प्रत्याशी के रूप में बसपा के कुलदीप नरायन मैदान में हैं। ऐसे में इस सीट पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुईं। प्रत्याशियों की संख्या कम होने और सियासी धुरंधरों के करहल से चुनाव लड़ने के चलते यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है। 

करहल सीट से कांग्रेस ने जहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है तो वहीं निर्दलीय व अन्य दलों के आठ नामांकन पत्र जांच में निरस्त हो गए हैं। ऐसे में वोटों का बिखराव होने से बच गया है। नामांकन पत्रों की जांच के बाद प्रत्याशियों की संख्या घटने से कहीं न कहीं चुनावी गणित गड़बड़ाता नजर आ रहा है। इसे दुरुस्त करने के लिए प्रत्याशी पुरजोर कोशिश में लगे हैं। 

ऊर्जा मंत्री की सीट पर सार्वाधिक 15 हैं प्रत्याशी

ब्रज में जहां करहल सीट पर सबसे कम प्रत्याशी हैं तो वहीं मथुरा सीट पर सर्वाधिक 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इस सीट से प्रदेश कैबिनेट में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ऊर्जा भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं। उनके सामने सपा से देवेंद्र अग्रवाल, कांग्रेस से प्रदीप माथुर, बसपा से एसके शर्मा और आमआदमी पार्टी से कृष्ण कुमार शर्मा आदि ताल ठोक रहे हैं। 

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किस विधानसभा क्षेत्र से कितने हैं प्रत्याशी

आगरा
सीट और प्रत्याशी 
आगरा कैंट- 10
आगरा दक्षिणी- 10
आगरा देहात- 09
आगरा उत्तरी- 13
फतेहपुर सीकरी- 11
खैरगढ़- 13
फतेहाबाद- 13
बाह- 14
एत्मादपुर- 14
 
मथुरा जनपद
मथुरा- 15
मांट- 09
गोवर्धन- 13
छाता- 12
बलदेव- 06

फिरोजाबाद जिला 
फिरोजाबाद सदर- 12
टूंडला- 13
जसराना- 13
शिकोहाबाद- 09
सिरसागंज- 14

मैनपुरी
मैनपुरी सदर- 04
भोगांव- 09
किशनी- 06
करहल- 03
 

विस्तार

ब्रज में विधायक बनने के लिए चारों जिलों में प्रत्याशियों की भरमार है, लेकिन मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट पर केवल तीन ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। पूरे प्रदेश की नजरें करहल विधानसभा सीट पर टिकी हैं। यहां से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल चुनाव लड़ रहे हैं। प्रत्याशियों की संख्या कम होने से यहां मुकाबला सीधा और दिलचस्प हो गया है। 

ब्रज में आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी जिला भी शामिल है। चार जिलों में कुल 23 विधानसभा सीटें हैं। यहां पहले और तीसरे चरण में मतदान होना है। विधानसभा निर्वाचन के लिए इन जिलों में नामांकन का कार्य पूरा हो चुका है। नामांकन पत्रों की जांच के बाद एक अलग ही तस्वीर सामने आई है। ब्रज की 22 सीटों पर जहां औसतन 10 से 13 प्रत्याशी मैदान में हैं तो वहीं करहल विधानसभा सीट पर केवल तीन ही प्रत्याशी मैदान में हैं। 

अखिलेश, एसपी सिंह और कुलदीप नरायन लड़ रहे चुनाव 

करहल मैनपुरी जिले की वही सीट है, जहां से पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं। इसी सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल उन्हें चुनौती दे रहे हैं। तीसरे प्रत्याशी के रूप में बसपा के कुलदीप नरायन मैदान में हैं। ऐसे में इस सीट पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुईं। प्रत्याशियों की संख्या कम होने और सियासी धुरंधरों के करहल से चुनाव लड़ने के चलते यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है। 

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