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सार
अपने बड़बोलेपन और विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले बैरिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह टिकट कटने के बाद बागी हो गए। गुरुवार को सुरेंद्र सिंह विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) में शामिल हो गए। 11 फरवरी को नामांकन करेंगे।
टिकट कटने पर भाजपा से बगावत कर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले विधायक सुरेंद्र सिंह गुरुवार को बिहार में सत्तारूढ़ विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) में शामिल हो गए। पार्टी के पदाधिकारियों ने उन्हें सदस्यता दिलाई। इस दौरान विधायक ने विरोधियों के खिलाफ जमकर हुंकार भरी। सुरेंद्र सिंह आज नामांकन करेंगे।
टिकट कटने से नाराज और बगावत का झंडा बुलंद करने वाले विधायक सुरेंद्र सिंह लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। बुधवार को टिकट काटने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर मानसिक दिवालियापन का आरोप लगाया था। कहा था कि जिले में भाजपा को एक भी सीट नहीं जीतने दूंगा। ये बात भी कही गई थी कि कई राजनीतिक दल उनके संपर्क में हैं लेकिन वो किसी दल में शामिल नहीं हो रहे हैं और निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
कई दलों के ऑफर ठुकराए
सुरेंद्र सिंह के भाई कई दलों के ऑफर ठुकराए ने दावा किया था कि महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ शिवसेना और जदयू ने टिकट की पेशकश की थी, लेकिन सुरेंद्र सिंह ने निर्दल चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस बीच पलटी मारते हुए विधायक सुरेंद्र सिंह गुरुवार को वीआईपी पार्टी में शामिल हो गए।
चांदपुर स्थित विधायक के आवास पर वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष साहनी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्वांचल के अध्यक्ष राजाराम बिंद, चुनाव प्रभारी उमेश साहनी आदि पहुंचकर सुरेंद्र सिंह को पार्टी में शामिल कराया। संतोष साहनी ने कहा कि चुनाव में हम मजबूती के साथ 165 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। अभी तक हमने 84 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।
विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा भाजपा में मेरे साथ धोखा हुआ है। नौ सर्वे में मेरी रिपोर्ट सही थी। भूमाफिया को जमीन कब्जा करने नहीं दिया तो मेरा टिकट काट दिया गया। कहा कि द्वाबा से भाजपा की जमानत जब्त करा दूंगा। बता दें कि बैरिया के सिटिंग विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट काटकर राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल को भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया है। इस सीट से सपा ने जय प्रकाश अंचल को प्रत्याशी बनाया है। बलिया में छठे चरण में तीन मार्च को मतदान है।
विधायक सुरेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा था कि द्वाबा की जनता के टिकट पर मैं चुनाव लड़ूंगा। किसी दल से टिकट मांगने नहीं जाएंगे। दावा किया था कि बीजेपी बलिया की सभी सीटें हारेगी। बैरिया से यूपी सरकार के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के प्रत्याशी बनाए जाने पर उन्होंने तंज कसा था कि बलिया नगर से रिजेक्टेड प्रत्याशी, बैरिया में सेलेक्ट हो गया।
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आगे कहा था कि बलिया में लड़ाई सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त और मेरे चरित्र के बीच है। मैं बीजेपी से इस्तीफा दे चुका हूं। बलिया का टिकट दिल्ली से नहीं यहां की जनता के दिल से बंटता है। अक्षम लोगों को टिकट देकर भाजपा ने अपने दिमागी दिवालियापन का परिचय दिया है, जिसका रिजल्ट 10 मार्च को उसके सामने होगा और बलिया में भाजपा का खाता नहीं खुलेगा।
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विस्तार
टिकट कटने पर भाजपा से बगावत कर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले विधायक सुरेंद्र सिंह गुरुवार को बिहार में सत्तारूढ़ विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) में शामिल हो गए। पार्टी के पदाधिकारियों ने उन्हें सदस्यता दिलाई। इस दौरान विधायक ने विरोधियों के खिलाफ जमकर हुंकार भरी। सुरेंद्र सिंह आज नामांकन करेंगे।
टिकट कटने से नाराज और बगावत का झंडा बुलंद करने वाले विधायक सुरेंद्र सिंह लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। बुधवार को टिकट काटने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर मानसिक दिवालियापन का आरोप लगाया था। कहा था कि जिले में भाजपा को एक भी सीट नहीं जीतने दूंगा। ये बात भी कही गई थी कि कई राजनीतिक दल उनके संपर्क में हैं लेकिन वो किसी दल में शामिल नहीं हो रहे हैं और निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
कई दलों के ऑफर ठुकराए
सुरेंद्र सिंह के भाई कई दलों के ऑफर ठुकराए ने दावा किया था कि महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ शिवसेना और जदयू ने टिकट की पेशकश की थी, लेकिन सुरेंद्र सिंह ने निर्दल चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस बीच पलटी मारते हुए विधायक सुरेंद्र सिंह गुरुवार को वीआईपी पार्टी में शामिल हो गए।
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