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सार
आगरा जिले की सभी नौ विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। अब इंतजार है 10 मार्च का, इस दिन चुनाव नतीजे घोषित होंगे।
विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में आगरा की सभी नौ सीटों के लिए 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। यह आंकड़ा पिछले चुनाव से तीन फीसदी कम है। 2017 में 63.78 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस बार मतदान प्रतिशत कम होने से प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हैं। सभी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है।
आगरा उत्तर विधानसभा
इस सीट पर भाजपा के पुरुषोत्तम खंडेलवाल, सपा रालोद गठबंधन के ज्ञानेंद्र गौतम व बसपा के शब्बीर अब्बास के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। इस सीट पर कुल 56.40 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव से करीब दो प्रतिशत कम है। 2017 के चुनाव में 58.35 प्रतिशत वोट पड़े थे।
आगरा दक्षिण विधानसभा
यहां भाजपा के योगेंद्र उपाध्याय और बसपा के रवि भारद्वाज के बीच मुकाबले की उम्मीद है। सपा गठबंधन ने भी कड़ा टक्कर दी है। हालांकि मुस्लिम मतों में बंटवारा हुआ है। यहां शाम छह बजे तक 57.50 प्रतिशत वोट पड़े। पिछले चुनाव में इस सीट पर 62.26 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।
आगरा छावनी विधानसभा
छावनी से भाजपा के राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश, सपा के कुंवरचंद वकील औ बसपा के भारतेंदु अरुण में कड़ा संघर्ष रहा। कांग्रेस प्रत्याशी के वाल्मीकि वोट काटने से मुकाबला और रोमांचक हो गया है। छावनी क्षेत्र में कुल 56.0 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां पिछले चुनाव में 59.13 प्रतिशत वोट पड़े थे।
आगरा ग्रामीण विधानसभा
आगरा ग्रामीण में भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य का मुकाबला सपा रालोद गठबंधन के महेश जाटव के बीच रहने की उम्मीद है। बसपा की किरनप्रभा केसरी ने भी संघर्ष किया। इस सीट पर पूर्व राज्यपाल की प्रतिष्ठा दांव पर है। यहां 62.0 प्रतिशत मतदान हुआ। 2017 के चुनाव में 63.68 प्रतिशत मतदान हुआ था।
एत्मादपुर विधानसभा
जिले में एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 65.10 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस सीट पर भाजपा के डॉ. धर्मपाल, बसपा के प्रबल प्रताप और सपा प्रत्याशी डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान के बीच मुकाबला है। 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां 68.12 फीसद वोट पड़े थे।
खेरागढ़ विधानसभा
इस सीट पर भाजपा के भगवान सिंह कुशवाह का मुकाबला कांग्रेस के रामनाथ सिकरवार से है। बसपा प्रत्याशी गंगाधर कुशवाह भी संघर्ष में हैं। यहां 64.73 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पिछले चुनाव से करीब है। 2017 में यहां 64.17 वोट डाले गए थे।
फतेहपुर सीकरी विधानसभा
फतेहपुर सीकरी के मैदान में भाजपा के चौधरी बाबूलाल और सपा रालोद गठबंधन के ब्रजेश चाहर के बीच कड़ा मुकाबला है। बसपा के मुकेश राजपूत भी सेंध लगाते रहे। यहां 64 प्रतिशत मतदान हुआ है। 2017 के चुनाव में 67.81 वोट पड़े थे।
बाह विधानसभा
आगरा की इस विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी पक्षालिका सिंह और सपा के मधुसूदन शर्मा के बीच मुख्य संघर्ष माना जा रहा है। यहां 58.01 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव में 60 फीसदी वोट पड़े थे।
फतेहाबाद विधानसभा
इस सीट पर भाजपा के छोटेलाल वर्मा और सपा की रुपाली दीक्षित में कड़ा संघर्ष होने की उम्मीद है। बसपा के शैलेंद्र प्रताप भी मुकाबले में हैं। फतेहाबाद में 59 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। 2017 के चुनाव में यहां 70.57 प्रतिशत मतदान हुआ था।
विस्तार
विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में आगरा की सभी नौ सीटों के लिए 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। यह आंकड़ा पिछले चुनाव से तीन फीसदी कम है। 2017 में 63.78 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस बार मतदान प्रतिशत कम होने से प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हैं। सभी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है।
आगरा उत्तर विधानसभा
इस सीट पर भाजपा के पुरुषोत्तम खंडेलवाल, सपा रालोद गठबंधन के ज्ञानेंद्र गौतम व बसपा के शब्बीर अब्बास के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। इस सीट पर कुल 56.40 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव से करीब दो प्रतिशत कम है। 2017 के चुनाव में 58.35 प्रतिशत वोट पड़े थे।
आगरा दक्षिण विधानसभा
यहां भाजपा के योगेंद्र उपाध्याय और बसपा के रवि भारद्वाज के बीच मुकाबले की उम्मीद है। सपा गठबंधन ने भी कड़ा टक्कर दी है। हालांकि मुस्लिम मतों में बंटवारा हुआ है। यहां शाम छह बजे तक 57.50 प्रतिशत वोट पड़े। पिछले चुनाव में इस सीट पर 62.26 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।
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