बनारस में इस बार कुल 71 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जहां भाजपा के प्रत्याशी सरकार की ओर से किए गए विकास कार्यों को गिना रहे थे, वहीं अन्य दलों के प्रत्याशी भी अपनी पार्टी द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर जनता के बीच पहुंचे और समर्थन मांगा।
वाराणसी जिले की आठ विधानसभा क्षेत्रों के कुल 70 प्रत्याशियों में 46 अपनी जमानत नहीं बचा सके। वहीं इस बार के विधानसभा चुनाव में 15,476 ऐसे मतदाता भी रहे, जिन्होंने आठों विधानसभा सीटों पर अपना मत किसी प्रत्याशी को नहीं बल्कि नोटा का बटन दबाया।
अधिक से अधिक मतदान हो इसके लिए चुनाव आयोग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाता है। सभी दलों के प्रत्याशी भी अपने पक्ष में वोट की अपील मतदाताओं से करते रहते हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में 15,476 ऐसे मतदाता भी रहे, जिन्होंने आठों विधानसभा सीटों पर अपना मत किसी प्रत्याशी को नहीं बल्कि नोटा का बटन दबाया। जिले में रोहनिया विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 2834 लोगों ने नोटा को चुना।
जिले में इस बार कुल 71 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जहां भाजपा के प्रत्याशी सरकार की ओर से किए गए विकास कार्यों को गिना रहे थे, वहीं अन्य दलों के प्रत्याशी भी अपनी पार्टी द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर जनता के बीच पहुंचे और समर्थन मांगा। बृहस्पतिवार को जब सुबह गिनती शुरू हुई तो प्रत्याशियों को मिलने वाले वोटों की घोषणा के साथ ही नोटा की भी घोषणा हुई।
लगभग सभी राउंड में 50 से अधिक मत नोटा वाले मिलते जा रहे थे। इसमें शिवपुर तो पाचवें राउंड में 87 और सातवें राउंड में 105 नोटा दबाने वालों की संख्या रही। मतगणना पूरी होने के बाद पता चला कि इस बार कुल 15,476 ने किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किया और चुनाव में नोटा का बटन दबाना ही उचित समझा।
विस क्षेत्रवार नोटा का आंकडे़
- वाराणसी उत्तरी 1532
- वाराणसी दक्षिणी 938
- कैंट 1522
- अजगरा 2058
- पिंडरा 2576
- रोहनिया 2968
- सेवापुरी 1587
- शिवपुर 2295
आठ विधानसभा क्षेत्रों के कुल 70 प्रत्याशियों में 46 अपनी जमानत नहीं बचा सके। ज्यादातर सीटों पर भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिला तो जमानत न बचा पाने वालों की संख्या भी अधिक रही। इसमें छह सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी शामिल हैं।
पिंडरा विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी प्रत्याशी अमर नाथ सिंह पटेल और निर्दल प्रत्याशी श्रीप्रकाश मिश्र की जमानत जब्त हो गई। अजगरा विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने सीधे प्रत्याशियों को जीताने के लिए मतदान किया। यहां कांग्रेस प्रत्याशी हेमा देवी समेत आठ प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले।
शहर उत्तरी और दक्षिणी सीट पर भाजपा और सपा को छोड़ शेष अन्य प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। कैंट विधानसभा सीट पर बसपा समेत छह प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। सेवापुरी में मतदाताओं ने कांग्रेस समेत सात प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुुई। शिवपुर विधानसभा सीट पर दो और रोहनिया में छह प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
पिंडरा
अमर नाथ सिंह पटेल आप 1967
श्रीप्रकाश मिश्र निर्दल 1614
अजगरा
हेमा देवी कांग्रेस 2099
बागेश्वर ससपा 559
राजपति बनवासी राष्ट्रीय विकास मंच पार्टी 374
विद्या देवी बहुजन मुक्ति पार्टी 314
सत्य प्रकाश आप 666
सीताराम जन अधिकार पार्टी 1757
डॉ. अनूप श्रमिक निर्दल 1026
विद्या प्रकाश निर्दल 8019
शिवपुर
गिरीश कांग्रेस 3392
ऊषा आम जनता पार्टी इंडिया 1229
मनोज कुमार मौर्य जन अधिकार पार्टी 1470
रोहनिया विधानसभा
संजीव पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) 2656
अमित पूरी अपना भारतीय सनातन पार्टी 1442
पल्लवी वर्मा आप 2182
उर्मिला देवी बहुजन मुक्ति पार्टी 1302
सुशिल कश्यप जेडीयू 1365
राजन कुमार सिंह निर्दल 812
शहर उत्तरी
श्याम प्रकाश बीएसपी 10387
गुलेराना तबस्सुम कांग्रेस 3080
डॉ आशीष जायसवाल आप 969
हरीश मिश्र एएमआईएम 1642
आसिफ इकबाल निर्दल 346
शहर दक्षिणी
मुदिता कपूर कांग्रेस 2161
दिनेश कसौधन बसपा 1848
अजीत सिंह आप 918
अर्पण पाठक लोजपा 103
परवेज कादिर खान एएमआइएम 585
वीरेंद्र कुमार गुप्ता आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) 109
शिव प्रसाद गुप्ता राइट टू रिकॉल पार्टी 149
सुभाष चंद्र चौरसिया राष्ट्रीय भागीदारी पार्टी 265
रियाजुद्दीन निर्दल 163
कैंट
कौशिक कुमार पांडेय बीएसपी 7014
राकेश पांडेय आप 1163
शेख अंबर राष्ट्रीय जनतांत्रिक भारत विकास पार्टी 213
श्रीकांत आर्य बहुजन मुक्ति पार्टी 309
संतोष कुमार मौर्य जन अधिकार पार्टी 559
साहिद चौधरी निर्दल 352
सेवापुरी
अंजू आनंद सिंह कांग्रेस 2960
कैलाश पटेल आप 1141
गुरु प्रसाद सिंह लोकबंधु पार्टी 437
जयप्रकाश इंसाफवादी पार्टी 385
सुरेंद्र जन अधिकार पार्टी 621
संतोष मौलिक अधिकार पार्टी 986
मनोज कुमार चौबे निर्दल 908
विस्तार
वाराणसी जिले की आठ विधानसभा क्षेत्रों के कुल 70 प्रत्याशियों में 46 अपनी जमानत नहीं बचा सके। वहीं इस बार के विधानसभा चुनाव में 15,476 ऐसे मतदाता भी रहे, जिन्होंने आठों विधानसभा सीटों पर अपना मत किसी प्रत्याशी को नहीं बल्कि नोटा का बटन दबाया।
अधिक से अधिक मतदान हो इसके लिए चुनाव आयोग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाता है। सभी दलों के प्रत्याशी भी अपने पक्ष में वोट की अपील मतदाताओं से करते रहते हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में 15,476 ऐसे मतदाता भी रहे, जिन्होंने आठों विधानसभा सीटों पर अपना मत किसी प्रत्याशी को नहीं बल्कि नोटा का बटन दबाया। जिले में रोहनिया विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 2834 लोगों ने नोटा को चुना।
जिले में इस बार कुल 71 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जहां भाजपा के प्रत्याशी सरकार की ओर से किए गए विकास कार्यों को गिना रहे थे, वहीं अन्य दलों के प्रत्याशी भी अपनी पार्टी द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर जनता के बीच पहुंचे और समर्थन मांगा। बृहस्पतिवार को जब सुबह गिनती शुरू हुई तो प्रत्याशियों को मिलने वाले वोटों की घोषणा के साथ ही नोटा की भी घोषणा हुई।