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उन्नाव जिले के मियागंज सीएचसी में प्रसूता ने चार हाथ और पैर के बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टर के अनुसार जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। दोनों को लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, ब्लॉक मियागंज क्षेत्र के कल्ली अडार निवासी प्रदीप की पत्नी सुषमा का मंगलवार को सीएचसी में प्रसव हुआ। प्रसव के बाद बच्चे के चार हाथ और पैर देखकर सभी दंग रह गए।
एनएएम ने सीएचसी में मौजूद डाक्टर शोएब अली को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे डॉक्टर ने जच्चा बच्चा दोनों की जांच कर उसे लखनऊ बाल सर्जरी विभाग मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। डॉक्टर शोएब अली ने बताया कि ऐसे बच्चे विकृत कहे जाते हैं। बाल सर्जरी विभाग में यदि संभव हो तो इनका जो शरीर अलग से जुड़े हुआ है। उसे ऑपरेशन से अलग किया जा सकता है। इसी को देखते हुए जच्चा-बच्चा को लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
देखने के लिए उमड़ी भीड़, लोग बोले- कुदरत का करिश्मा
चार हाथ-पैर वाले बच्चे की सूचना पूरे क्षेत्र में फैल गई। बच्चे को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। कोई इसको भगवान का अवतार बता रहा है, तो कोई कुदरत का करिश्मा कह रहा है।
विस्तार
उन्नाव जिले के मियागंज सीएचसी में प्रसूता ने चार हाथ और पैर के बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टर के अनुसार जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। दोनों को लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, ब्लॉक मियागंज क्षेत्र के कल्ली अडार निवासी प्रदीप की पत्नी सुषमा का मंगलवार को सीएचसी में प्रसव हुआ। प्रसव के बाद बच्चे के चार हाथ और पैर देखकर सभी दंग रह गए।
एनएएम ने सीएचसी में मौजूद डाक्टर शोएब अली को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे डॉक्टर ने जच्चा बच्चा दोनों की जांच कर उसे लखनऊ बाल सर्जरी विभाग मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। डॉक्टर शोएब अली ने बताया कि ऐसे बच्चे विकृत कहे जाते हैं। बाल सर्जरी विभाग में यदि संभव हो तो इनका जो शरीर अलग से जुड़े हुआ है। उसे ऑपरेशन से अलग किया जा सकता है। इसी को देखते हुए जच्चा-बच्चा को लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
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