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निकाय चुनाव
– फोटो : फाइल फोटो
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चुनाव का प्रतिशत बढ़ाने के लिए लेकर निर्वाचन आयोग लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। इस समय भी लोगों से ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की बात कही जा रही है। पिछले चुनाव में महापौर पद का एक भी प्रत्याशी ऐसा नहीं था, जिसे 50 प्रतिशत वोट मिले हों।
सबसे ज्यादा मत गाजियाबाद के महापौर पद के विजेता को मिले थे। उन्हें 49.86 मत प्राप्त हुए थे। इस बार ज्यादा मतदान के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। चुनावी मैदान तैयार हो चुका है। पहले चरण का नामांकन भी पूरा हो चुका है।
अब सभी उम्मीदवार अपने-अपने पक्ष में माहौल तैयार करने के लिए क्षेत्र में निकल चुके हैं। सबसे अहम यह कि कितने प्रतिशत वोटर इस चुनाव में मतदान करते हैं। यदि पिछले चुनाव की बात करें तो पहले चरण में 52.58 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत गिर गया, तो लगातार मत प्रतिशत बढ़ाने का आह्वान हुआ। इसका असर यह रहा कि तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ गया।
इस बार आयोग लगातार कह रहा है कि मतदान जरूर करें। उधर चूंकि इस चुनाव को लोकसभा चुनाव 2024 का रिहर्सल माना जा रहा है, ऐसे में यह भी देखना होगा कि मतदाताओं का रुख क्या है? पिछली बार कम मतदान प्रतिशत का असर यह रहा था कि महापौर पद पर जीतने वालों को भी 50 प्रतिशत वोट नहीं मिल पाए थे।
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