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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बांदा
Published by: शिखा पांडेय
Updated Sat, 30 Apr 2022 10:13 PM IST
सार
कृषि विश्वविद्यालय मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिनेश शाहा ने बताया कि पूर्वी विक्षोभ के कारण हवा से नमी समाप्त हो गई है। इससे तापमान में काफी इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि एक-दो दिन में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से कुछ राहत मिलने के आसार हैं। बादल बूंदाबांदी हो सकती है।
भीषण गर्मी के बीच टंकी के पानी में नहाते बेजुबान
– फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
आसमान से बरसती आग ने पिछले 10 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। शनिवार को अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। रात में न्यूनतम पारा भी 27 डिग्री सेल्सियस पर रहा। गर्मी के इस विकराल रूप की वजह पूर्वी विक्षोभ के चलते गर्म हवाओं से नमी का खत्म हो जाना बताया जा रहा है।
हालांकि संभावित पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मंगलवार तक मौसम में कुछ बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है। कई दिनों से मौसम के तेवर तल्ख हैं। शुक्रवार को यहां पारा 47.7 डिग्री पहुंच जाने से बांदा जिला प्रदेश के सबसे ज्यादा गर्म शहरों की सूची में रहा।
शनिवार को पारे में और इजाफा हुआ। यह 48 डिग्री पर आ गया। यह अप्रैल के अंतिम दिन पिछले करीब 12 वर्षों में सर्वाधिक है। कृषि विश्वविद्यालय मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिनेश शाहा ने बताया कि पूर्वी विक्षोभ के कारण हवा से नमी समाप्त हो गई है। इससे तापमान में काफी इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि एक-दो दिन में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से कुछ राहत मिलने के आसार हैं। बादल बूंदाबांदी हो सकती है।
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