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संदीप कुमार तिवारी। -संवाद
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उत्तर प्रदेश संघ लोकसेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा का परिणाम शुक्रवार शाम को जारी हुआ। इसमें जिले के मेेधावियों ने सफलता हासिल कर युवाओं के लिए मिसाल कायम की है। प्रदेश की टॉपटेन सूची में मनकापुर के हरनाटायर गांव निवासी संदीप कुमार तिवारी ने दसवां स्थान प्राप्त किया है। जबकि गोंडा शहर के जानकीनगर के रहने वाले हेमचंद चौरसिया की बेटी ज्योति चौरसिया ने 21वीं रैंक हासिल की है। दोनों का चयन डिप्टी कलेक्टर पद पर हुआ है। संदीप के पिता नलकूप चालक हैं, जबकि ज्योति के पिता की पान की दुकान है। इनके अतिरिक्त जिले में विवेक पांडेय का ट्रेजरी ऑफीसर व विक्रम कौशल का चयन जिला समाज कल्याण अधिकारी के पद पर हुआ है। इन मेधावियों ने सफलता हासिल कर गोंडा का नाम रोशन किया है।
संदीप कुमार तिवारी के पिता शिवकुमार तिवारी मनकापुर में नलकूप चालक हैं। जबकि मां गृहिणी हैं। संदीप ने फोन पर बातचीत में बताया कि साल 2006 में उन्होंने एपी इंटर कॉलेज मनकापुर से हाईस्कूल किया था। तत्कालीन प्रधानाचार्य डॉ. अवध शरण मिश्र को सफलता व मार्गदर्शन का श्रेय देते हुए संदीप ने कहा कि माता-पिता, गुरुजी व मोटीवेटर अमित सिंह के दिशा-निर्देशन में वह आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
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कंप्यूटर साइंस में बीटेक संदीप ने सरस्वती विद्या मंदिर अयोध्या से इंटरमीडिएट पास किया। पीसीएस 2021 के परिणाम में वह असिस्टेंट कमिश्नर (सहकारिता) बने थे। ज्वाइनिंग प्रक्रिया चल रही थी। इसी बीच परिणाम आया और अब डिप्टी कलेक्टर बन गए। इनका वैकल्पिक विषय दर्शनशास्त्र था। संदीप ने दिल्ली में कोचिंग की। पिता शिवकुमार तिवारी ने बताया कि संदीप की मेहनत, बजरंगबली की कृपा और पूर्वजों के आशीर्वाद से बेटे को कामयाबी मिली है।
बहराइच रोड के जानकीनगर निवासी हेमचंद चौरसिया की बेटी ज्योति चौरसिया ने पीसीएस परीक्षा में 21वीं रैंक हासिल की है। ज्योति के पिता हेमचंद शहर में गुरुनानक चौक के पास पान की दुकान चलाते हैं। हेमचंद के परिवार में पत्नी वंदना, बेटा संदीप, बड़ी बेटी ज्योति व छोटी बेटी चंद्रकांता चौरसिया, बहू उजाला चौरसिया व पौत्र समर्थ हैं। हेमचंद बताते हैं कि बेटा संदीप दुकान में हाथ बंटाता है। ज्योति ने सफलता का श्रेय माता-पिता, भाई व परिवार को दिया है। ज्योति ने कहा कि कोचिंग के साथ पीसीएस अधिकारी सुधीर कुमार व तनुजा, पंकज, हिमेंद्र व योगेश ने समय-समय पर गाइड किया। पांचवें प्रयास में पहली बार मेंस में सेलेक्शन व इंटरव्यू देकर सफलता मिली है। ज्योति ने बताया कि ध्येय आईएएस लखनऊ में कोचिंग के साथ ही प्रतिदिन 10 से 12 घंटे पढ़ाई की। उनका वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र था। ज्योति ने बताया कि वह लखनऊ में हैं, जहां कोचिंग के साथी उन्हें बधाई देने के साथ ही खुशी मना रहे हैं। पिता हेमचंद ने मंदिर पहुंचकर माथा टेका और प्रसाद चढ़ाकर भोलेनाथ से ज्योति के लिए आशीर्वाद मांगा। परिवार के लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी बांटी।
जिले के विवेक पांडेय यूपी पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण कर ट्रेजरी ऑफीसर पद पर चयनित हुए हैं। विवेक रेल मंत्रालय में अ. सेक्शन ऑफिसर के पद पर भी रह चुके हैं। विवेक इससे पहले पीसीएस परीक्षा 2021 में नायब तहसीलदार पद पर चयनित हो चुके हैं। मौजूदा समय में वह सीतापुर में नायब तहसीलदार पद पर कार्यरत हैं। जिले के कौड़िया थाना क्षेत्र के नयनपुरवा के मूल निवासी विवेक का परिवार शहर के बहराइच रोड स्थित सीतारामपुरम काॅलोनी में रहता है। विवेक के बड़े भाई सुनील कुमार पांडेय बेलसर के मुकुंदपुर जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। विवेक ने बताया कि उनकी सफलता में बड़े भाई का विशेष योगदान है। विवेक अपनी कामयाबी का श्रेय बड़े भाई सुनील, पिता अनिल पांडेय व माता मिथिलेश पांडेय को देते हैं।
शहर के इमिलिया गुरुदयाल निवासी विक्रम कौशल पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण कर जिला समाज कल्याण अधिकारी पद पर चयनित हुए हैं। इनके पिता संसारमणि कौशल व्यापारी हैं। जबकि मां जयराधा कौशल गृहिणी हैं। विक्रम ने सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। कहा कि कड़ी मेहनत और भगवान के आशीर्वाद से उन्हें यह मुकाम हासिल हुआ है।
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