स्वतंत्रता दिवस पर प्रति वर्ष भारत में विदेशी मेहमान शिरकत करते रहे हैं। उसी तरह इस बार भी लाल किले पर अमेरिकी सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गरज सुनेंगे। अमेरिकी सांसदों का एक द्विदलीय समूह 15 अगस्त को लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन को सुनने के लिए भारत आ रहा है। द्विदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना और सांसद माइकल वाल्ट्ज कर रहे हैं। आपको बताते चलें कि दोनों अमेरिकी सदन में देश विशेष के सबसे बड़े द्विदलीय गठबंधन कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स के सह-अध्यक्ष हैं।
भारत आने वालों में खन्ना और वाल्ट्ज के अलावा सांसद डेबोरा रॉस, कैट कैममैक, श्री थानेदार, जैस्मीन क्रॉकेट के साथ-साथ रिच मैककॉर्मिक और एड केस भी शामिल हैं। हालांकि, सांसद खन्ना के लिए भारत आना और सांसदों से थोड़ा ज्यादा खास है। दरअसल, उनके दादा अमरनाथ विद्यालंकार एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने गांधीजी के साथ चार साल जेल में बिताए थे और बाद में भारत की पहली संसद का हिस्सा बने थे।
अमेरिका के सांसद लाल किले का दौरा करेंगे, जहां प्रधानमंत्री भारत के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इसके अलावा यह लोग हैदराबाद, मुंबई और नई दिल्ली में व्यापार, तकनीकी, सरकार और बॉलीवुड से जुड़े लोगों से मुलाकात करेंगे। साथ ही महात्मा गांधी को समर्पित ऐतिहासिक स्मारक राजघाट का दौरा करेंगे। खन्ना ने कहा कि इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष के रूप में भारत में एक द्विदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हम इस दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक और रक्षा संबंधों को कैसे मजबूत किया जाए इस पर भी चर्चा करेंगे।