देश के किसी न किसी राज्य में एक के बादे एक रेल हादसों की खबरें सामने आती जा रही हैं। अब झारखंड के बोकारो शहर में मालगाड़ी की दो बोगी बे पटरी हो गई हैं। ये मालगाड़ी तुपकाडीह रेलवे स्टेशन के पास डीरेल हुई है। हादसे के कारण बोकारो गोमो रेलवे रूट पर रेलवे यातायात बाधित हो गया है। आइए जानते हादसे से क्या असर पड़ा है।
बोकारो शहर में मालगाड़ी के हादसे के चलते अप-डाउन की लगभग दर्जन भर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है। वाराणसी से रांची जाने वाली वंदे भारत ट्रेन को भी चंदरपुरा रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया है। जिस जगह पर हादसा हुआ वहां मौके पर राहत कार्य जारी है और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
देश के विभिन्न हिस्सों में बढ़ती रेल हादसे की घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे ने नई पहल शुरू की है। रेलवे ने पहली बार रेल रक्षक दल का गठन किया है। एक पायलट प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में भारतीय रेलवे ने उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) क्षेत्र में यह पहल शुरू की है। रेल रक्षक दल तत्काल दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य करने में सक्षम हैं।
रेल मंत्री ने यह जिम्मेदारी उत्तर पश्चिमी रेलवे को दी है। आरपीएफ और मैकेनिकल टीम को 4 हफ्ते की विशेष ट्रेनिंग दी गई है। हमारी टीम रेल रक्षा दल कम से कम समय में दुर्घटना स्थल पर पहुंचेगी। यह एक बहुत ही ऐतिहासिक पहल है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे ने गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर श्रेल रक्षा दलश् टीम और उपकरण स्थापित किए हैं।
दूसरी ओर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि मैं उन लोगों से स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं जो डिरेल करने की कोशिश कर रहे हैं कि वे रेलवे का राजनीतिकरण करने की कोशिश न करें। उनके खिलाफ राज्य पुलिस और एनआईए के सहयोग से सख्त कार्रवाई की जाएगी।