वाराणसी में शुक्रवार को दिन में मकबूल आलम रोड पर लगे जाम में फंसी दो एंबुलेंस। – फोटो : अमर उजाला।
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शहर की सड़कों पर वाहनों की दो ही लाइन लगे, यह सुनिश्चित करना होगा। तीसरी लाइन में वाहनों के जाने से जाम की समस्या गहराती है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों से जुर्माना वसूला जाना चाहिए। यह सुझाव काशी-क्योटो पार्टनर शिप के तहत क्योटो गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य चितईपुर के करौंदी स्थित राजीव नगर निवासी अरविंद कुमार सिंह ने दिए हैं। सदस्य ने जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जनता से सुझाव की पहल का स्वागत किया। साथ ही कहा कि अमर उजाला, जिला प्रशासन और कमिश्नरेट पुलिस के पास जो सुझाव आ रहे हैं, वे बेहद कारगर होंगे। सदस्य ने चौराहों से सटे जेब्रा मार्किंग को दूर करने की सलाह दी और कहा कि जापान में ज़ेब्रा मार्किंग को चौराहे से दूर रखा गया है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। सड़क के किनारे पार्किंग पर सख्ती होनी चाहिए।
इन्होंने दिए सुझाव शहर में बाहर से प्रवेश चौकाघाट से होता है, अधिक जाम भी यहीं लगता हैै। मछली मंडी चौकाघाट के पास एक रोड वरुणा कॉरिडोर से जोड़ते हुए लकड़ी मंडी से जोड़ दिया जाए तो जाम की समस्या का समाधान हो सकता है। – विवेक मौर्य, बचाऊ लाल, ढेलवरिया चौकाघाट
स्थानीय पुलिस चाह जाए तो उनके क्षेत्र में ट्रैफिक जाम लगे ही नहीं। चौराहों और अन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण न होने दें और चौराहों से 100 मीटर दूर वाहनों को खड़ा कराएं। जाम ग्रस्त इलाके में दरोगा और दो कांस्टेबल की तैनाती करें। -रोशन सिंह, लंका
जाम से निजात दिलाने के लिए संकरे रास्ते को वनवे किया जाए। कम चौड़ी सड़क पर बसों का संचालन रोका जाए। स्कूलों के बसों के लिए रूट निर्धारित किया जाए। सुबह सात बजे से पहले दोपहर में एक से बाद समय तय हो।– अमरेश पटेल, बीएचयू
अतिक्रमण हटाओ दल का 100 कर्मचारियों का एक विभाग बने, जो सात दिन कार्य करें। इनके कार्य के निर्धारण की सूचना समाचार पत्र में रोज एक निर्धारित कलम में प्रतिदिन प्रकाशित हो। इसकी निगरानी जनता व प्रशासन दोनों की तरफ से हो। अनिल मिश्रा, नेवाद
विद्यापीठ रोड स्थित घंटी मिल सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेता बहुत आगे बढ़कर बिक्री करते हैं। इससे यातायात संचालन बाधित होता है। सिगरा पुलिस भी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है।- नरेश कुमार गिरधारी, कमला नगर
पांडेयपुर चौराहा ऑटो और ई-रिक्शा वालों से हमेशा जाम रहता है। सड़क पर चारों तरफ ऑटो रिक्शा खड़े होने से यातायात संचालन प्रभावित होता है। इन्हें हटाने पर ही जाम की समस्या यहां समाप्त हो सकती है।– विकास पांडेय, पांडेयपुर
ऑटो यूनियन के संग यातायात पुलिस बैठक करे। समझाया जाए कि सड़क पर बेतरतीब तरीके से वाहन न खड़ा करें। रास्ते में रोक कर सवारी न बैठाएं। इससे सबसे अधिक जाम लगता है। ई-रिक्शा का रूटवार संचालन कराएं। इसके अलावा शहर में कई कट ऐसे हैं जिनका कोई औचित्य नहीं है। स्कूटी वाले इन कटों का दुरुपयोग करते हैं। ये कट बंद किए जाए। -किरन रौतेला, मंडुआडीह
यहां पर भी दुपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए ऑड इवेन की व्यवस्था लागू की जा सकती है। आरटीओ से रजिस्टर्ड वाहनों का आंकड़ा लेकर क्षेत्र के अनुसार ही यह व्यवस्था लागू करें।– आशीष कुमार तिवारी, जगतगंज
सबसे पहले ट्रैफिक सिग्नल को दुरुस्त किया जाए। अधिकतर चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल खराब हैं, कुछ जगहों पर जेब्रा क्रासिंग नहीं दिखता है। अधिकतर अस्पताल, शादी लॉन के पास खुद की पार्किंग नहीं है। ऐसे में वाहनों के सड़क पर होने से जाम लगता है। डॉ. शंकर दास
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शहर की सड़कों पर वाहनों की दो ही लाइन लगे, यह सुनिश्चित करना होगा। तीसरी लाइन में वाहनों के जाने से जाम की समस्या गहराती है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों से जुर्माना वसूला जाना चाहिए। यह सुझाव काशी-क्योटो पार्टनर शिप के तहत क्योटो गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य चितईपुर के करौंदी स्थित राजीव नगर निवासी अरविंद कुमार सिंह ने दिए हैं। सदस्य ने जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जनता से सुझाव की पहल का स्वागत किया। साथ ही कहा कि अमर उजाला, जिला प्रशासन और कमिश्नरेट पुलिस के पास जो सुझाव आ रहे हैं, वे बेहद कारगर होंगे। सदस्य ने चौराहों से सटे जेब्रा मार्किंग को दूर करने की सलाह दी और कहा कि जापान में ज़ेब्रा मार्किंग को चौराहे से दूर रखा गया है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। सड़क के किनारे पार्किंग पर सख्ती होनी चाहिए।
इन्होंने दिए सुझाव
शहर में बाहर से प्रवेश चौकाघाट से होता है, अधिक जाम भी यहीं लगता हैै। मछली मंडी चौकाघाट के पास एक रोड वरुणा कॉरिडोर से जोड़ते हुए लकड़ी मंडी से जोड़ दिया जाए तो जाम की समस्या का समाधान हो सकता है। – विवेक मौर्य, बचाऊ लाल, ढेलवरिया चौकाघाट
स्थानीय पुलिस चाह जाए तो उनके क्षेत्र में ट्रैफिक जाम लगे ही नहीं। चौराहों और अन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण न होने दें और चौराहों से 100 मीटर दूर वाहनों को खड़ा कराएं। जाम ग्रस्त इलाके में दरोगा और दो कांस्टेबल की तैनाती करें। -रोशन सिंह, लंका
जाम से निजात दिलाने के लिए संकरे रास्ते को वनवे किया जाए। कम चौड़ी सड़क पर बसों का संचालन रोका जाए। स्कूलों के बसों के लिए रूट निर्धारित किया जाए। सुबह सात बजे से पहले दोपहर में एक से बाद समय तय हो।– अमरेश पटेल, बीएचयू
अतिक्रमण हटाओ दल का 100 कर्मचारियों का एक विभाग बने, जो सात दिन कार्य करें। इनके कार्य के निर्धारण की सूचना समाचार पत्र में रोज एक निर्धारित कलम में प्रतिदिन प्रकाशित हो। इसकी निगरानी जनता व प्रशासन दोनों की तरफ से हो। अनिल मिश्रा, नेवाद