Varanasi News: पीएफआई के दोनों सदस्यों से पुलिस की पूछताछ पूरी, घर से बरामद मोबाइल से खुलेंगे कई राज!

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पीएफआई से जुड़े दोनों युवकों को जेल में दाखिल कराया गया

पीएफआई से जुड़े दोनों युवकों को जेल में दाखिल कराया गया
– फोटो : अमर उजाला

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ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी प्रकरण पर धार्मिक भावना भड़काने, चंदा इकट्ठा करने के आरोपी पीएफआई के रिजवान और मोहम्मद शाहिद से पुलिस की पूछताछ पूरी हो गई। रामनगर थाने में दोनों से लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार शाम पांच बजे जिला जेल चौकाघाट में दाखिल करा दिया गया। पुलिस ने आदमपुर के आलमपुरा निवासी शाहिद के घर से मोबाइल बरामद किया। पुलिस के अनुसार मोबाइल से कई अहम साक्ष्य निकल सकते हैं। अन्य रिकॉर्ड और पीएफआई के बड़े नेताओं के नंबर होने का अनुमान है। यही नहीं, बरामद मोबाइल के मिटाए गए डाटा को भी रिकवर कराया जाएगा। लगभग साढ़े 45 घंटे की रिमांड पर लेकर पुलिस ने दोनों से पूछताछ की।

एटीएस वाराणसी यूनिट ने 24 सितंबर को आदमपुर के शाहिद और जैतपुरा कच्चीबाग निवासी रिजवान को कज्जाकपुरा रेलवे क्रासिंग से गिरफ्तार किया था। दोनों के कब्जे से पीएफआई से जुड़े दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप में पीएफआई के बड़े नेताओं के फोटो, उनके संग बैठकों की वीडियो बरामद हुआ।

पुलिस अधिकारियों ने दोनों से कई राज उगलवाए
ज्ञानवापी प्रकरण में धार्मिक भावनाओं को भड़काकर चंदा वसूलने संबंधी अन्य कई जानकारियां एटीएस के हाथ लगी थी।  कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को जेल भेजा गया। विस्तृत पूछताछ और अहम जानकारियों के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने दोनों को 27 सितंबर की शाम साढ़े छह बजे के बाद जिला जेल चौकाघाट से कस्टडी रिमांड पर लिया था।

केरल से लेकर लखनऊ, नई दिल्ली के पीएफआई के बड़े पदाधिकारियों के नंबर भी हो सकते हैं। डिलीट हुए डेटा को भी रिकवर कराने के लिए फोरेंसिक और साइबर सेल की मदद ली जाएगी। विवेचक के रूप में एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह ने दोनों को शाम पांच बजे जिला जेल को सौंपा।

पीएफआई के संदिग्ध दो सदस्यों को पुलिस ने अलावल क्षेत्र में बृहस्पतिवार शाम छापा मारकर हिरासत में लिया। दोनों के बारे में पुलिस को सूचना है कि वह पीएफआई के लिए काम करते हैं। रोहनिया, जंसा और लोहता थाने की फोर्स संग सीओ सदर अभिषेक पांडेय ने अलावल स्थित दो मंजिला मकान में छापा मारा। फोर्स ने दो मंजिला मकान को घंटे भर तक खंगाला। कुछ दस्तावेज और अन्य सामान भी पुलिस के हाथ लगे हैं।

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गुप्त स्थान पर रखकर दोनों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार दोनों युवक ऑनलाइन चाय पत्ती बिक्री का कारोबार करते हैं। इसके अलावा इन दोनों पर पीएफआई के लिए भी काम करने का आरोप है। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है। पूछताछ पूरी होने के बाद ही कुछ स्पष्ट किया जा सकता है। उधर, कस्बे में पुलिस की भारी फोर्स और कार्रवाई को लेकर लोग भयभीत हो गए। पुलिस ने स्पष्ट किया कि पूछताछ के लिए दो युवकों को हिरासत में लिया गया है।

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ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी प्रकरण पर धार्मिक भावना भड़काने, चंदा इकट्ठा करने के आरोपी पीएफआई के रिजवान और मोहम्मद शाहिद से पुलिस की पूछताछ पूरी हो गई। रामनगर थाने में दोनों से लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार शाम पांच बजे जिला जेल चौकाघाट में दाखिल करा दिया गया। पुलिस ने आदमपुर के आलमपुरा निवासी शाहिद के घर से मोबाइल बरामद किया। पुलिस के अनुसार मोबाइल से कई अहम साक्ष्य निकल सकते हैं। अन्य रिकॉर्ड और पीएफआई के बड़े नेताओं के नंबर होने का अनुमान है। यही नहीं, बरामद मोबाइल के मिटाए गए डाटा को भी रिकवर कराया जाएगा। लगभग साढ़े 45 घंटे की रिमांड पर लेकर पुलिस ने दोनों से पूछताछ की।

एटीएस वाराणसी यूनिट ने 24 सितंबर को आदमपुर के शाहिद और जैतपुरा कच्चीबाग निवासी रिजवान को कज्जाकपुरा रेलवे क्रासिंग से गिरफ्तार किया था। दोनों के कब्जे से पीएफआई से जुड़े दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप में पीएफआई के बड़े नेताओं के फोटो, उनके संग बैठकों की वीडियो बरामद हुआ।

पुलिस अधिकारियों ने दोनों से कई राज उगलवाए

ज्ञानवापी प्रकरण में धार्मिक भावनाओं को भड़काकर चंदा वसूलने संबंधी अन्य कई जानकारियां एटीएस के हाथ लगी थी।  कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को जेल भेजा गया। विस्तृत पूछताछ और अहम जानकारियों के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने दोनों को 27 सितंबर की शाम साढ़े छह बजे के बाद जिला जेल चौकाघाट से कस्टडी रिमांड पर लिया था।



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