बनारस के लोगों के प्रयास से आने वाले वर्षों में ये सांस्कृतिक महोत्सव अपने आप में काशी की एक अलग पहचान बनने वाला है। देश और दुनिया के पर्यटकों के लिए काशी आकर्षण का एक नया केंद्र बनेगा। पीएम मोदी ने कहा अब यहां काशी सांसद ज्ञान प्रतियोगिता और काशी सांसद टूरिस्ट गाइड प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं चाहता हूं मेरी काशी का दुनिया में डंका बजे।
वाराणसी के गंजारी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास और संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित नारी शक्ति वंदन अभिनंदन कार्यक्रम में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचे। यहां प्रदेश के 16 अटल आवासीय विद्यालयों का लोकार्पण करने के साथ ही काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के विजेताओं को सम्मानित किया।
पीएम मोदी ने कहा कि काशी के बारे में सबसे ज्यादा काशी के ही लोग जानते हैं और यहां का हर व्यक्ति हर परिवार को सच्चे अर्थ में काशी का ब्रांड एंबेसडर है। काशी और संस्कृति एक ही ऊर्जा के दो नाम हैं। काशी को तो देश की सांस्कृतिक राजधानी होने का गौरव प्राप्त है, यहां की गली-गली में गीत गूंजते हैं। ये स्वाभाविक भी है, क्योंकि ये नटराज की अपनी नगरी है।
पीएम मोदी ने कहा कि जी-20 सम्मेलन के जरिए भारत ने पूरी दुनिया में अपना झंडा गाड़ा है लेकिन उसमें काशी की सेवा विशेष है। जी 20 के लिए जो-जो मेहमान काशी आए वे इसे अपनी यादों में साथ लेकर गए हैं। मैं मानता हूं कि जी-20 की सफलता महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हुई है। बाबा की कृपा से काशी अब विकास के अभूतपूर्व आयाम गढ़ रही है। पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में जब मैं यहां आया था, तो मैंने जिस काशी की कल्पना की थी, विकास और विरासत का वो सपना अब धीरे-धीरे साकार हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज ही मैंने बनारस के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया है। आज मुझे यहां उत्तर प्रदेश के 16 अटल आवासीय विद्यालयों के लोकार्पण का भी अवसर मिला है। मैं इन सभी उपलब्धियों के लिए काशीवासियों व उत्तर प्रदेश के लोगों और श्रमिकों को बधाई देता हूं। पीएम ने काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाया। कहा कि इस महोत्सव से पता चला कि मेरी काशी और आसपास के जिले में कितनी प्रतिभा है। आने वाले दिनों में काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव एक ऊंचाई पर पहुंचेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि काशी और संस्कृति को अलग कह रही नहीं सकते। काशी की गली-गली में संगीत है। कई घराने हैं। संगीत की समृद्ध विरासत है। पीएम मोदी ने सात वार नौ त्यौहारों वाली काशी रामलीला, नागनत्थैया मेला, देवदीपावली और संकट मोचन संगीत समारोह का जिक्र कर संगीत की बखान किया। कहा कि काशी में तबला है तो सितार भी है। शहनाई है तो मृदंग और वीणा भी है।