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केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा मोदी सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिए जाने बाद उनका राजनीतिक सफर अब दिशा में जाएगा उसे लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। भाजपा में इस बात की चर्चा है कि उन्हें देश का अगला उपराष्ट्रपति या किसी राज्य का राज्यपाल बनाया जा सकता है। बुधवार को उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई मुलाकात को भी उपराष्ट्रपति चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। मुख्तार अब्बास उपराष्ट्रपति बनते हैं या राज्यपाल, यह सब अगले कुछ दिनों में तय हो जाएगा। अगर वे उपराष्ट्रपति बनते हैं तो यह पहला मौका होगा कि संगम नगरी में जन्मा कोई व्यक्ति इस पद तक पहुचेंगा।
मुख्तार अब्बास नकवी भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार हैं। वे उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हैं जिन्हें एनडीए की अटल बिहारी सरकार और उसके बाद फिर मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया है। प्रयागराज से भी उनका गहरा रिश्ता है। 15 अक्तूबर 1957 को प्रयागराज में जन्मे मुख्तार अब्बास नकवी का पैतृक आवास फूलपुर तहसील के सराय ममरेज थाना क्षेत्र स्थित भदारी गांव में हैं।
हर वर्ष मोहर्रम के अवसर पर अजादारी के लिए जरूर आते हैं। उनके गांव के निकट परिषदीय विद्यालय मोहिउद्दीन पुर से आठवीं करने के बाद प्रयागराज के सीएवी इंटर कालेज और यादगार हुसैनी इंटर कालेज से ही उनकी शिक्षा हुई। उनकी उच्च शिक्षा बरेली में हुई। देश में लगी इमरजेंसी के दौरान मुख्तार अब्बास भी जेल गए थे। नकवी कभी इंदिरा गांधी को चुनाव में हराने वाले समाजवादी नेता राजनारायण के करीबी माने जाते थे, लेकिन बाद में वह भाजपा में आ गए।
पार्टी के निर्देश पर ही उन्होंने 1998 में लोकसभा का चुनाव रामपुर से लड़ा और जीत हासिल की। अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में उन्हें सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री बनाया गया। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुबोध सिंह बतातेे हैं कि निश्चित ही अगर मुख्तार अब्बास नकवी उपराष्ट्रपति या राज्यपाल बनते हैं तो यह प्रयागराज के लिए फख्र की बात होगी। पार्षद पवन श्रीवास्तव ने भी कहा कि उम्मीद है कि मुख्तार अब्बास नकवी को उनके कद के हिसाब से कोई न कोई बड़ा पद जरूर मिलेगा।
पार्टी का में अनुशासित सिपाही हूं। अब तक जो भी जिम्मेदारियां मिली उसका निर्वहन पूरी ईमानदारी से किया गया। अब आगे क्या होगा, उस बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। पार्टी जो भी निर्देश देगी उसका पालन किया जाएगा। – मुख्तार अब्बास नकवी, पूर्व केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार।
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केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा मोदी सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिए जाने बाद उनका राजनीतिक सफर अब दिशा में जाएगा उसे लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। भाजपा में इस बात की चर्चा है कि उन्हें देश का अगला उपराष्ट्रपति या किसी राज्य का राज्यपाल बनाया जा सकता है। बुधवार को उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई मुलाकात को भी उपराष्ट्रपति चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। मुख्तार अब्बास उपराष्ट्रपति बनते हैं या राज्यपाल, यह सब अगले कुछ दिनों में तय हो जाएगा। अगर वे उपराष्ट्रपति बनते हैं तो यह पहला मौका होगा कि संगम नगरी में जन्मा कोई व्यक्ति इस पद तक पहुचेंगा।
मुख्तार अब्बास नकवी भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार हैं। वे उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हैं जिन्हें एनडीए की अटल बिहारी सरकार और उसके बाद फिर मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया है। प्रयागराज से भी उनका गहरा रिश्ता है। 15 अक्तूबर 1957 को प्रयागराज में जन्मे मुख्तार अब्बास नकवी का पैतृक आवास फूलपुर तहसील के सराय ममरेज थाना क्षेत्र स्थित भदारी गांव में हैं।
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