Vrindavan: ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भीड़ नियंत्रण के इंतजाम हो रहे फेल, श्रद्धालु परेशान

0
18

[ad_1]

ख़बर सुनें

वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ नियंत्रण को प्रशासन की ओर से बनाई गई व्यवस्था भी फेल नजर आई। मंदिरों के मार्गों पर बैरिकेडिंग होने के कारण गलियां भीड़ से जाम हो गईं। पुलिस ने श्रद्धालुओं धीरे-धीरे मंदिर की ओर जाने दिया। भीड़ के चलते बुजुर्ग और बच्चे परेशान हो गए। 

पहला बैरियर विद्यापीठ चौराहे पर, दूसरा बैरियर बांकेबिहारी पुलिस चौकी के पास, तीसरा बैरियर बांके बिहारी मंदिर की गली पर और चौथा बैरियर बांकेबिहारी मंदिर के गेट नंबर तीन लगाया गया है। एक बैरियर गेट नंबर 3 की एंट्री पर भी लगाया गया, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा होने के कारण व्यवस्थाएं ध्वस्त रही। 

पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल बांकेबिहारी मंदिर की गली में घुसने से पहले ही उतरवा दे रहे थे, जिससे श्रद्धालुओं को और ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। क्योंकि श्रद्धालु दर्शन करके एक नंबर या चार नंबर गेट से बाहर आते और जहां उन्होंने जूते चप्पल उतारे थे, वहां तक पहुंच पाना बड़ा मुश्किल हो रहा था। 

यह भी पढ़ें -  यूपी: गोंडा में एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, मुठभेड़ में मारा गया 50 हजार का इनामी बदमाश

विस्तार

वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ नियंत्रण को प्रशासन की ओर से बनाई गई व्यवस्था भी फेल नजर आई। मंदिरों के मार्गों पर बैरिकेडिंग होने के कारण गलियां भीड़ से जाम हो गईं। पुलिस ने श्रद्धालुओं धीरे-धीरे मंदिर की ओर जाने दिया। भीड़ के चलते बुजुर्ग और बच्चे परेशान हो गए। 

पहला बैरियर विद्यापीठ चौराहे पर, दूसरा बैरियर बांकेबिहारी पुलिस चौकी के पास, तीसरा बैरियर बांके बिहारी मंदिर की गली पर और चौथा बैरियर बांकेबिहारी मंदिर के गेट नंबर तीन लगाया गया है। एक बैरियर गेट नंबर 3 की एंट्री पर भी लगाया गया, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा होने के कारण व्यवस्थाएं ध्वस्त रही। 

पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल बांकेबिहारी मंदिर की गली में घुसने से पहले ही उतरवा दे रहे थे, जिससे श्रद्धालुओं को और ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। क्योंकि श्रद्धालु दर्शन करके एक नंबर या चार नंबर गेट से बाहर आते और जहां उन्होंने जूते चप्पल उतारे थे, वहां तक पहुंच पाना बड़ा मुश्किल हो रहा था। 

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here