वाराणसी में कूड़ा प्रबंधन अब गोवा की तर्ज पर होगा – फोटो : फाइल
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गोवा की तर्ज पर अब बनारस में भी कूड़ा प्रबंधन किया जाएगा। वाराणसी नगर निगम के तीन अधिकारी गोवा से कूड़ा प्रबंधन की जानकारी लेकर लौटे हैं। इन अधिकारियों ने गोवा के पणजी नगर निगम में कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया देखी है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह, अधिशासी अभियंता अजय राम ने कहा कि गोवा में घर से ही कूड़े को दो हिस्से में बांट दिया जाता है।
सूखे और गीले कूड़े को अलग-अलग करके वहां की जनता नगर निगम के कर्मचारियों को देती है। इससे कूड़े के निस्तारण में आसानी होती है। अधिकारियों ने बताया कि गीला कूड़ा किचन से निकलने वाला कूड़ा होता है। इसका इस्तेमाल वहां खाद और गैस का निर्माण में होता है।
कूड़े से बनते हैं सजावटी सामान
इसके अलावा सूखा कूड़ा में घर के अन्य कूड़े शामिल होते हैं, जिन्हें अलग-अलग करके इसका इस्तेमाल सजावटी सामान बनाने में होता है। इससे कूड़ा उठाने के खर्च में कमी होती है। साथ ही कूड़े से कमाई भी होती है। इसके अलावा वाराणसी नगर निगम से होने वाले कूड़ा निस्तारण के बारे में भी गोवा नगर निगम प्रशासन को बताया गया।
आने वाले दिनों में वाराणसी में भी कूड़ा प्रबंधन को और सुदृढ़ किया जाएगा। इसके लिए घर से ही कूड़े को अलग करने और कम दूरी पर निस्तारण केंद्र तक ले जाने की योजना बनाई जाएगी है। बीते तीन सालों में नगर निगम ने कूड़ा उठाने पर 12 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इस खर्च को कम करने की पूरी योजना बनाई जा रही है।
नगर निगम के 100 वार्डों में कूड़ा उठाया जा रहा है। शहर के अंदर वर्तमान में 2.5 लाख और नए इलाकों के करीब 1.5 लाख मकानों से कूड़ा लेने की योजना है। बताया कि सभी जगहों पर कंपनी कूड़ा उठाकर अपने वाहनों से करसड़ा निस्तारण प्लांट तक पहुंचाएगी। नगर निगम केवल रोड-स्वीपिंग का काम करेगा।
अब अधिक कूड़ा जाएगा करसड़ा करसड़ा के कूड़ा निस्तारण केंद्र में केवल वही कूड़ा ले जाएंगे, जो अधिक होगा। इसकी शुरुआत मलदहिया पर प्लास्टिक संग्रह केंद्र से की गई है। इसमें प्लास्टिक कूड़ा एकत्र किया जा रहा है। इसके अलावा किचन के कूड़ा का निस्तारण खाद के रूप में होगा। शहर के भीतर छोटे-छोटे केंद्रों पर पहुंचने से अधिक कूड़ा पहुंचाने पर आने वाले खर्च में कमी आएगी।
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गोवा की तर्ज पर अब बनारस में भी कूड़ा प्रबंधन किया जाएगा। वाराणसी नगर निगम के तीन अधिकारी गोवा से कूड़ा प्रबंधन की जानकारी लेकर लौटे हैं। इन अधिकारियों ने गोवा के पणजी नगर निगम में कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया देखी है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह, अधिशासी अभियंता अजय राम ने कहा कि गोवा में घर से ही कूड़े को दो हिस्से में बांट दिया जाता है।
सूखे और गीले कूड़े को अलग-अलग करके वहां की जनता नगर निगम के कर्मचारियों को देती है। इससे कूड़े के निस्तारण में आसानी होती है। अधिकारियों ने बताया कि गीला कूड़ा किचन से निकलने वाला कूड़ा होता है। इसका इस्तेमाल वहां खाद और गैस का निर्माण में होता है।
कूड़े से बनते हैं सजावटी सामान
इसके अलावा सूखा कूड़ा में घर के अन्य कूड़े शामिल होते हैं, जिन्हें अलग-अलग करके इसका इस्तेमाल सजावटी सामान बनाने में होता है। इससे कूड़ा उठाने के खर्च में कमी होती है। साथ ही कूड़े से कमाई भी होती है। इसके अलावा वाराणसी नगर निगम से होने वाले कूड़ा निस्तारण के बारे में भी गोवा नगर निगम प्रशासन को बताया गया।