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वाराणसी में बारिश।
– फोटो : अमर उजाला
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बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिण पूर्वी हवाओं का दबाव बढ़ने से मौसम का मिजाज बदल गया है। यही कारण है कि बुधवार शाम से शुरू बूंदाबांदी गुरुवार को भी रूक-रूक कर होती रही। इससे अन्य दिनों की तुलना में सिहरन बढ़ी। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में 5.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार तीन दिन तक अभी मौसम ऐसे ही बने रहने के आसार हैं। अगले सप्ताह से मौसम साफ हो जाएगा।
पिछले एक सप्ताह से मौसम में जिस तरह का बदलाव हुआ है। उससे तापमान में उतार-चढ़ाव के साथ सुबह और रात में सिहरन लगने लगी है। सुबह नम हवाओं के चलने के साथ ही दिन में बूंदाबांदी हुई। शाम को शहरी और ग्रामीण इलाकों में बूंदाबांदी जारी रही। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि मानसून की सक्रियता अब कम हो गई है। बंगाल की खाड़ी से जो दक्षिण पूर्वी हवाएं आ रही हैं, उनमें नमी अधिक है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 32.3 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
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बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिण पूर्वी हवाओं का दबाव बढ़ने से मौसम का मिजाज बदल गया है। यही कारण है कि बुधवार शाम से शुरू बूंदाबांदी गुरुवार को भी रूक-रूक कर होती रही। इससे अन्य दिनों की तुलना में सिहरन बढ़ी। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में 5.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार तीन दिन तक अभी मौसम ऐसे ही बने रहने के आसार हैं। अगले सप्ताह से मौसम साफ हो जाएगा।
पिछले एक सप्ताह से मौसम में जिस तरह का बदलाव हुआ है। उससे तापमान में उतार-चढ़ाव के साथ सुबह और रात में सिहरन लगने लगी है। सुबह नम हवाओं के चलने के साथ ही दिन में बूंदाबांदी हुई। शाम को शहरी और ग्रामीण इलाकों में बूंदाबांदी जारी रही। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि मानसून की सक्रियता अब कम हो गई है। बंगाल की खाड़ी से जो दक्षिण पूर्वी हवाएं आ रही हैं, उनमें नमी अधिक है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 32.3 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
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