Women Day 2023: पिता ने दुकान चलाई, मां ने की सिलाई, पढ़ लिखकर तीन बहनें एक साथ बनीं दरोगा

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तीन सगी बहन एक साथ बनी दरोगा

तीन सगी बहन एक साथ बनी दरोगा
– फोटो : अमर उजाला

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बदायूं के उघैती कस्बे की तीन सगी बहनों ने एक साथ दरोगा बनकर अपने परिवार का ही नहीं बल्कि अपने इलाके व जिले का नाम रोशन किया है। हालांकि दो बहनें पहले से पुलिस विभाग में सिपाही हैं। एक बहन रेलवे में खल्लासी के पर काम कर रही थी। अब उसने वहां से त्याग पत्र दे दिया है। 

12 मार्च से तीनों बहनें एक साथ मेरठ में ट्रेनिंग लेंगी। उनको यहां तक पहुंचाने में माता-पिता की कड़ी मेहनत रही। उघैती कस्बा निवासी संजीव कुमार गुप्ता मूलरूप से छिबऊ कला गांव के रहने वाले हैं। उनके गांव में पांचवी के बाद की पढ़ाई के लिए कोई स्कूल ही नहीं है। 

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इस वजह से बीस साल पहले संजीव कुमार उघैती कस्बा आकर रहने लगे। उन्होंने यहां आकर किराये पर दुकान लेकर मिठाई बनाकर बेचना शुरू की थी। उनकी पत्नी कपड़ों की सिलाई करके घर चलाती रहीं। उनके चार बच्चे हैं, जिनमें 27 वर्षीय शिखा गुप्ता, 25 वर्षीय शिल्पी गुप्ता, 24 वर्षीय शैली गुप्ता और 22 वर्षीय अभिषेक गुप्ता हैं। 

चारों भाई-बहनों ने माधवराम इंटर कॉलेज से इंटर किया। शिल्पी गुप्ता ने एनएमएसएन दास डिग्री कॉलेज से बीएससी और चंदौसी से एमएससी की। वर्ष 2020 में महिला कांस्टेबल के पद पर ज्वाइनिंग हो गई। इस समय उसकी तैनाती मुरादाबाद के महिला थाने में है। 

 

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