यमुना प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे पर बुधवार से वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने नियम तो लागू कर दिया। मगर गति सीमा लगू होने के पहले ही दिन वाहन चालकों ने जमकर नियम तोड़े। पहले दिन एक्सप्रेसवे पर 16 घंटे में 1054 वाहनों ने कार को तय रफ्तार से अधिक तेजी से दौड़ाया। टोल प्रबंधन ने इनका डाटा एनआईसी को भेज दिया है। अब नियम का उल्लंघन करने वाले वाहनों के चालान काटे जाएंगे।
सर्दियों में हादसों पर अंकुश लगाने के लिए प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से वाहनों की गति सीमा कम कर दी है। अब हल्के वाहनों की अधिकतम रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे से कम करके 80 किमी प्रति घंटे कर दी गई है। वहीं भारी वाहनों की अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रति घंटे से घटाकर 60 किमी प्रति घंटे कर दी गई है।
करीब 165 किमी लंबा यमुना एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल दिल्ली-एनसीआर समेत कानपुर, लखनऊ और पूर्वांचल के दूसरे जिलों तक यात्रा करने वाले हजारों लोग करते हैं। यमुना एक्सप्रेसवे प्रबंधन ने गति सीमा का इसका आकलन किया और शाम चार बजे तक निकले वालों में ओवर स्पीड दौड़ने वालों का डाटा लिया।
अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को 1054 वाहन 120 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की गति से फर्राटा भरते नजर आए। चालान कराने के लिए डाटा एनआईसी को भेज दिया गया है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर भले ही प्राधिकरण और जेपी ने रफ्तार कम कर दी हो। मगर जीरो प्वाइंट से लेकर एक्सप्रेसवे पर अधिक्तर स्थानों पर इसकी जानकारी तक नहीं है। दूसरे जिलों और राज्यों से आने वाले वाहन चालकों को रफ्तार कम होने की जानकारी ही नहीं मिल पा रही है। वाहन चालकों का आरोप है कि जेपी ने वाहन चालकों की जागरूकता के लिए ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
सड़क हादसों में कमी लाने के लिए 15 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेसवे पर गति सीमा कम कर दी जाती है। नियम का उल्लंघन करने वालों पर चालान की कार्रवाई की जाएगी। – मोनिका रानी, प्रभारी सीईओ, यमुना प्राधिकरण।
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यमुना प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे पर बुधवार से वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने नियम तो लागू कर दिया। मगर गति सीमा लगू होने के पहले ही दिन वाहन चालकों ने जमकर नियम तोड़े। पहले दिन एक्सप्रेसवे पर 16 घंटे में 1054 वाहनों ने कार को तय रफ्तार से अधिक तेजी से दौड़ाया। टोल प्रबंधन ने इनका डाटा एनआईसी को भेज दिया है। अब नियम का उल्लंघन करने वाले वाहनों के चालान काटे जाएंगे।
सर्दियों में हादसों पर अंकुश लगाने के लिए प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से वाहनों की गति सीमा कम कर दी है। अब हल्के वाहनों की अधिकतम रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे से कम करके 80 किमी प्रति घंटे कर दी गई है। वहीं भारी वाहनों की अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रति घंटे से घटाकर 60 किमी प्रति घंटे कर दी गई है।
करीब 165 किमी लंबा यमुना एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल दिल्ली-एनसीआर समेत कानपुर, लखनऊ और पूर्वांचल के दूसरे जिलों तक यात्रा करने वाले हजारों लोग करते हैं। यमुना एक्सप्रेसवे प्रबंधन ने गति सीमा का इसका आकलन किया और शाम चार बजे तक निकले वालों में ओवर स्पीड दौड़ने वालों का डाटा लिया।
अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को 1054 वाहन 120 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की गति से फर्राटा भरते नजर आए। चालान कराने के लिए डाटा एनआईसी को भेज दिया गया है।