मैनपुरी में सड़क हादसा: मकान में घुसी श्रद्धालुओं से भरी डीसीएम, दो लोगों की मौत, 15 घायल

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सार

मैनपुरी में नवरात्रि के दौरान तीन हादसे हुए। जिसमें अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। शनिवार देर रात हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। 

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शहर के मां शीतला देवी मंदिर से शनिवार की रात नेजा चढ़ाकर लौट रहे श्रद्धालुओं की डीसीएम दन्नाहार क्षेत्र में अनियंत्रित होकर दीवार से जा टकराई। हादसे में दो की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक घायल हो गए। पांच को जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज सैफई  रेफर किया गया है।

थाना दन्नाहार क्षेत्र के गांव हलपुरा निवासी अतुल चौहान परिजन के साथ नेजा चढ़ाने आए थे। रात करीब 10 बजे सभी डीसीएम में बैठ कर गांव लौट रहे थे। डीसीएम दन्नाहार क्षेत्र में हरीसिंहपुर मार्ग पर गांव के पास पहुंची तभी अनियंत्रित होकर एक मकान की दीवार में जा टकराई। घटनास्थल पर चीख-पुकार सुनकर लोग एकत्र हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां 40 वर्षीय मुनेश उर्फ कोतवाल व 45 वर्षीय रामवीर को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। 

माता शीतला देवी मंदिर में नेजा चढ़ाने के बाद श्रद्धालुओं को ले जा रही डीसीएम की रफ्तार तेज थी। लोगों की मानें तो हादसे की प्रमुख वजह तेज रफ्तार ही रही। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया गया है कि गांव हलपुरा निवासी अतुल चौहान ने किसी मन्नत के बाद शनिवार को अष्टमी के दिन माता शीतला देवी मंदिर में नेजा चढ़ाया था। इसमें शामिल परिजन व ग्रामीण डीसीएम से घर लौट रहे थे। 

घायलों की मानें तो डीसीएम का चालक गाड़ी बहुत ही तेज चला रहा था। शिवसिंहपुर मार्ग पर जब वह लोग गांव के पास पहुंचे तो उस से धीमे चलने की बात भी कही लेकिन चालक ने किसी की नहीं सुनी। तेज रफ्तार के कारण हुए हादसे में दो लोगों की जान चली गई। रविवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजन को सौंप दिए। शव जब गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में शवों का अंतिम संस्कार किया गया। 

यह हुए घायल 

जिला अस्पताल से गंभीर घायल प्रहलाद सिंह, महेश चंद्र, विश्वनाथ निवासी हरिसिंहपुर और विद्याराम निवासी हलपुरा को मेडिकल कॉलेज सैफई रेफर कर दिया गया। अन्य घायलों को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। रविवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजन को सौंप दिए।

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आठ दिन में तीन सड़क हादसे

आठ दिन में तीन सड़क हादसे हो चुके हैं। इससे पूर्व शुक्रवार रात को कोतवाली क्षेत्र में हादसा हुआ था। यहां श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई थी, जिसमें तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। ये श्रद्धालु भी शीतला देवी मंदिर पर चढ़ा कर लौट रहे थे। चार अप्रैल की रात को औंछा थाना क्षेत्र में हुए हादसे में चार श्रद्धालुओं की जान चली गई थी। 

विस्तार

शहर के मां शीतला देवी मंदिर से शनिवार की रात नेजा चढ़ाकर लौट रहे श्रद्धालुओं की डीसीएम दन्नाहार क्षेत्र में अनियंत्रित होकर दीवार से जा टकराई। हादसे में दो की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक घायल हो गए। पांच को जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज सैफई  रेफर किया गया है।

थाना दन्नाहार क्षेत्र के गांव हलपुरा निवासी अतुल चौहान परिजन के साथ नेजा चढ़ाने आए थे। रात करीब 10 बजे सभी डीसीएम में बैठ कर गांव लौट रहे थे। डीसीएम दन्नाहार क्षेत्र में हरीसिंहपुर मार्ग पर गांव के पास पहुंची तभी अनियंत्रित होकर एक मकान की दीवार में जा टकराई। घटनास्थल पर चीख-पुकार सुनकर लोग एकत्र हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां 40 वर्षीय मुनेश उर्फ कोतवाल व 45 वर्षीय रामवीर को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। 

माता शीतला देवी मंदिर में नेजा चढ़ाने के बाद श्रद्धालुओं को ले जा रही डीसीएम की रफ्तार तेज थी। लोगों की मानें तो हादसे की प्रमुख वजह तेज रफ्तार ही रही। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया गया है कि गांव हलपुरा निवासी अतुल चौहान ने किसी मन्नत के बाद शनिवार को अष्टमी के दिन माता शीतला देवी मंदिर में नेजा चढ़ाया था। इसमें शामिल परिजन व ग्रामीण डीसीएम से घर लौट रहे थे। 

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