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उन्नाव। दशमोत्तर संस्थानों में छात्रवृत्ति के लिए अब बायोमीट्रिक हाजिरी जरूरी होगी। संस्थानों को 15 दिन में इसकी व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। छात्रवृत्ति का आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं की पोर्टल पर उपस्थिति भेजनी होगी।
प्रदेश सरकार समाज कल्याण विभाग के माध्यम से कक्षा 11 से लेकर उच्च शिक्षा (इंजीनियर, मेडिकल आदि) की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देती है। नियम ये है कि छात्रों की कॉलेज में 75 प्रतिशत उपस्थिति होनी चाहिए। अभी तक उपस्थिति भेजने की व्यवस्था मैनुअल थी। इसमें काफी गड़बड़ी की शिकायतें शासन तक पहुंची तो बायोमीट्रिक हाजिरी की व्यवस्था लागू कर दी गई। जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. नीलम सिंह ने बताया कि बायोमीट्रिक हाजिरी के लिए मशीन लगवाने को 15 दिन का समय संस्थानों को दिया गया है। संस्थान इसकी सूचना जिला विद्यालय निरीक्षक व उन्हें दें। हर माह उपस्थिति पोर्टल पर भी भेजनी होगी। जिसकी उपस्थिति 75 फीसदी होगी, उसे ही छात्रवृत्ति का पात्र माना जाएगा। जिले में ऐसे विद्यालयों की संख्या 350 है।
उन्नाव। दशमोत्तर संस्थानों में छात्रवृत्ति के लिए अब बायोमीट्रिक हाजिरी जरूरी होगी। संस्थानों को 15 दिन में इसकी व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। छात्रवृत्ति का आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं की पोर्टल पर उपस्थिति भेजनी होगी।
प्रदेश सरकार समाज कल्याण विभाग के माध्यम से कक्षा 11 से लेकर उच्च शिक्षा (इंजीनियर, मेडिकल आदि) की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देती है। नियम ये है कि छात्रों की कॉलेज में 75 प्रतिशत उपस्थिति होनी चाहिए। अभी तक उपस्थिति भेजने की व्यवस्था मैनुअल थी। इसमें काफी गड़बड़ी की शिकायतें शासन तक पहुंची तो बायोमीट्रिक हाजिरी की व्यवस्था लागू कर दी गई। जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. नीलम सिंह ने बताया कि बायोमीट्रिक हाजिरी के लिए मशीन लगवाने को 15 दिन का समय संस्थानों को दिया गया है। संस्थान इसकी सूचना जिला विद्यालय निरीक्षक व उन्हें दें। हर माह उपस्थिति पोर्टल पर भी भेजनी होगी। जिसकी उपस्थिति 75 फीसदी होगी, उसे ही छात्रवृत्ति का पात्र माना जाएगा। जिले में ऐसे विद्यालयों की संख्या 350 है।
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