आगरा: पिस्टल सप्लायर का मुख्तार अंसारी के गुर्गों से कनेक्शन ? गोपनीय सूचना के बाद जांच में जुटी पुलिस

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सार

पुलिस ने शनिवार को गैलाना निवासी विक्रम को गिरफ्तार किया था। उससे एक देसी पिस्टल और इंसास राइफल के दो कारतूस बरामद हुए थे। पुलिस को गोपनीय सूचना मिली है कि उसका कनेक्शन मुख्तार अंसारी के गुर्गों से है।  

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आगरा के थाना लोहामंडी पुलिस की गिरफ्त में आए पिस्टल सप्लायर विक्रम का पूर्व का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। पुलिस को गोपनीय सूचना जरूर मिली है कि उसका वर्ष 2011 में पकड़े गए मुख्तार अंसारी के गुर्गों के साथ कनेक्शन रहा है। अब इस दिशा में पड़ताल हो रही है।
 
लोहामंडी पुलिस ने शनिवार को जीआईसी मैदान से गैलाना निवासी विक्रम को गिरफ्तार किया था। उसके पास पिस्टल व दो कारतूस बरामद हुए थे। पूछताछ में पुलिस को विक्रम ने बताया कि वह खंदौली निवासी जितेंद्र को पिस्टल की आपूर्ति करने आया था। पिस्टल उसने गैलाना निवासी पवन से खरीदी थी। 15 हजार की पिस्टल को वह 25 हजार में बेचता है। 

2011 में पकड़े गए थे नौ बदमाश 

थाना प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि वर्ष 2011 में बाहुबली मुख्तार अंसारी को केंद्रीय जेल आगरा से दिल्ली कोर्ट पेशी पर ले जाया जा रहा था। तभी दो गाड़ियां पुलिस की गाड़ियों के साथ चलने लगी थीं। रोकने पर गाड़ी सवारों ने फायरिंग की थी। तत्कालीन सीओ सिद्धार्थ वर्मा ने नौ बदमाशों को पकड़ा था। सभी आजमगढ़, सुल्तानपुर, गाजीपुर आदि के थे। 

तब एक आरोपी विक्रम भी पकड़ा गया था। उसने पिता का नाम श्रीराम लिखाया था। सूचना दी गई है कि पिस्टल के साथ पकड़ा विक्रम वही है। इस पर थाना सिकंदरा पुलिस से जानकारी जुटाई गई। विक्रम का पूर्व का कोई मुकदमा नहीं मिला। फिलहाल जांच की जा रही है। वहीं पिस्टल विक्रेता और खरीदार का भी पता किया जा रहा है। 

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विस्तार

आगरा के थाना लोहामंडी पुलिस की गिरफ्त में आए पिस्टल सप्लायर विक्रम का पूर्व का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। पुलिस को गोपनीय सूचना जरूर मिली है कि उसका वर्ष 2011 में पकड़े गए मुख्तार अंसारी के गुर्गों के साथ कनेक्शन रहा है। अब इस दिशा में पड़ताल हो रही है।

 

लोहामंडी पुलिस ने शनिवार को जीआईसी मैदान से गैलाना निवासी विक्रम को गिरफ्तार किया था। उसके पास पिस्टल व दो कारतूस बरामद हुए थे। पूछताछ में पुलिस को विक्रम ने बताया कि वह खंदौली निवासी जितेंद्र को पिस्टल की आपूर्ति करने आया था। पिस्टल उसने गैलाना निवासी पवन से खरीदी थी। 15 हजार की पिस्टल को वह 25 हजार में बेचता है। 

2011 में पकड़े गए थे नौ बदमाश 

थाना प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि वर्ष 2011 में बाहुबली मुख्तार अंसारी को केंद्रीय जेल आगरा से दिल्ली कोर्ट पेशी पर ले जाया जा रहा था। तभी दो गाड़ियां पुलिस की गाड़ियों के साथ चलने लगी थीं। रोकने पर गाड़ी सवारों ने फायरिंग की थी। तत्कालीन सीओ सिद्धार्थ वर्मा ने नौ बदमाशों को पकड़ा था। सभी आजमगढ़, सुल्तानपुर, गाजीपुर आदि के थे। 

तब एक आरोपी विक्रम भी पकड़ा गया था। उसने पिता का नाम श्रीराम लिखाया था। सूचना दी गई है कि पिस्टल के साथ पकड़ा विक्रम वही है। इस पर थाना सिकंदरा पुलिस से जानकारी जुटाई गई। विक्रम का पूर्व का कोई मुकदमा नहीं मिला। फिलहाल जांच की जा रही है। वहीं पिस्टल विक्रेता और खरीदार का भी पता किया जा रहा है। 

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