[ad_1]
युवाओं का कहना है कि चार साल ही नहीं, चार दिन के लिए भी वर्दी पहनने का मौका मिला तो भी गुरेज नहीं है। कोई पहली बार आया है तो कोई चार साल से तैयारी में लगा हुआ था। कई युवाओं ने तो बिना किसी कोचिंग के तैयारी की है।
कासगंज के विपिन कुमार ने बताया कि घर के बड़े सेना में हैं। उन्होंने ही सेना में जाने के लिए प्रेरणा दी। इसके लिए तीन साल से तैयारी कर रहे हैं। पहली बार भर्ती में आए हैं। देश सेवा करना चाहते हैं, फिर चाहे, फिर चार दिन के लिए ही क्यों न हो, उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
ललितपुर के माता टीला के रहने कार्तिक ने बताया कि दसवीं के बाद से आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। दिनरात गांव में दौड़ की तैयारी कर रहे थे। ललितपुर के मनीष राजपूत ने बताया कि सेना में भर्ती होना है। मेरे अंदर जुनून है। बिना किसी कोचिंग के तैयारी की है। भर्ती हुआ तो अपने माता-पिता का सपना पूरा हो जाएगा।
ललितपुर के ही गौरव ने बताया कि फौज की नौकरी करने का जुनून है। आठ लोगों का ग्रुप है। एक ही गांव के युवाओं के साथ आए हैं। कासगंज के साहब सिंह ने बताया कि बचपन से सेना में जाना चाहते थे। देश की रक्षा करना चाहते हैं। घर परिवार में कोई नहीं है। तीन साल से लगातार तैयारी में लगी हैं। इस बार भर्ती होने की उम्मीद है।
[ad_2]
Source link