आगे चल रहे लोडर वाले के अचानक ब्रेक लगाने से बेकाबू हुआ टैंकर

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सफीपुर। दूध के टैंकर के आगे चल रहे लोडर वाले के अचानक ब्रेक लगाने पर दूध का टैंकर अनियंत्रित होकर पीआरवी पर पलट गया। हादसे के बाद चालक मौके से लोडर लेकर भाग गया। यह बात पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आई है। इस बात की हादसे में घायल सिपाही आनंद कुमार ने भी पुलिस अफसरों को बताई है।
इधर, अस्पताल में हादसे का शिकार हुए पुलिसकर्मियों के शव देखकर अफसरों और सहकर्मियों की आंखें भर आईं। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह खुद को संभाला। इसके बाद तीनों पुलिसकर्मियों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए।
हादसे में जान गंवाने वाले सिपाहियों में कृष्णेंद्र यादव (32) कानपुर देहात के जैनपुर अंबरपुर का मूल निवासी था। सिपाही शशिकला (26) पत्नी आलोक यादव मऊ जिले के मोहम्दाबाद के करहा की रहने वाली थी। जबकि सिपाही रीता (25) पत्नी प्रभाकांत कुशवाहा कानपुर देहात के रसूलाबाद थाना क्षेत्र के टिपरिया असालतगंज की रहने वाली थी।
उसका मायका भी इसी जिले के भोगनीपुर थाना क्षेत्र के पटेहापुर में है। पुलिस ने हादसे की सूचना मृतकों के परिजनों को दी तो कोहराम मच गया। एसपी दिनेश त्रिपाठी व सीओ सिटी कृपा शंकर ने दुखी परिजनों को संभाला। शशिकला व रीता के परिवार के लोग यहीं उसके साथ रहते हैं।
तुम चलीं गई, अब आराध्या को कौन पालेगा
सिपाही रीता का पति प्रभाशंकर जैसे ही जिला अस्पताल पहुंचा, स्ट्रेचर पर पत्नी का शव देख कांप गया। किसी तरह उसे संभालकर बैठाया गया। वह चीख कर कहता रहा कि रीता तुम हमें छोड़कर चली गई, अब डेढ़ साल की मासूम बेटी आराध्या का क्या होगा। उसे कौन संभालेगा। प्रभा शंकर टीईटी की तैयारी कर रहा है। उसने हाल ही में परीक्षा भी दी थी।
सुबह ही परिजनों से वीडियो कालिंग पर हुई थी बात
शशिकला की मौत की सूचना पर सबसे पहले उसकी दोस्त सिपाही डिंपल जिला अस्पताल पहुंच गई। उसने बताया कि सुबह ही शशिकला की परिजनों से वीडियो कॉलिंग से बात हुई थी। शशिकला ईमानदारी व लगन के साथ ड्यूटी करती थी।

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सफीपुर। दूध के टैंकर के आगे चल रहे लोडर वाले के अचानक ब्रेक लगाने पर दूध का टैंकर अनियंत्रित होकर पीआरवी पर पलट गया। हादसे के बाद चालक मौके से लोडर लेकर भाग गया। यह बात पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आई है। इस बात की हादसे में घायल सिपाही आनंद कुमार ने भी पुलिस अफसरों को बताई है।

इधर, अस्पताल में हादसे का शिकार हुए पुलिसकर्मियों के शव देखकर अफसरों और सहकर्मियों की आंखें भर आईं। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह खुद को संभाला। इसके बाद तीनों पुलिसकर्मियों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए।

हादसे में जान गंवाने वाले सिपाहियों में कृष्णेंद्र यादव (32) कानपुर देहात के जैनपुर अंबरपुर का मूल निवासी था। सिपाही शशिकला (26) पत्नी आलोक यादव मऊ जिले के मोहम्दाबाद के करहा की रहने वाली थी। जबकि सिपाही रीता (25) पत्नी प्रभाकांत कुशवाहा कानपुर देहात के रसूलाबाद थाना क्षेत्र के टिपरिया असालतगंज की रहने वाली थी।

उसका मायका भी इसी जिले के भोगनीपुर थाना क्षेत्र के पटेहापुर में है। पुलिस ने हादसे की सूचना मृतकों के परिजनों को दी तो कोहराम मच गया। एसपी दिनेश त्रिपाठी व सीओ सिटी कृपा शंकर ने दुखी परिजनों को संभाला। शशिकला व रीता के परिवार के लोग यहीं उसके साथ रहते हैं।

तुम चलीं गई, अब आराध्या को कौन पालेगा

सिपाही रीता का पति प्रभाशंकर जैसे ही जिला अस्पताल पहुंचा, स्ट्रेचर पर पत्नी का शव देख कांप गया। किसी तरह उसे संभालकर बैठाया गया। वह चीख कर कहता रहा कि रीता तुम हमें छोड़कर चली गई, अब डेढ़ साल की मासूम बेटी आराध्या का क्या होगा। उसे कौन संभालेगा। प्रभा शंकर टीईटी की तैयारी कर रहा है। उसने हाल ही में परीक्षा भी दी थी।

सुबह ही परिजनों से वीडियो कालिंग पर हुई थी बात

शशिकला की मौत की सूचना पर सबसे पहले उसकी दोस्त सिपाही डिंपल जिला अस्पताल पहुंच गई। उसने बताया कि सुबह ही शशिकला की परिजनों से वीडियो कॉलिंग से बात हुई थी। शशिकला ईमानदारी व लगन के साथ ड्यूटी करती थी।

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