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उन्नाव। गेहूं की फसल बोने वाले किसानों के चेहरे खिले हैं। अगेती फसल लगभग तैयार है। मौसम ने किसानों का साथ दिया है तो दूसरी तरफ उन्नत बीजों से पैदावार बढ़ी है।
इस बार प्रति हेक्टेयर 30 से 35 क्विंटल गेहूं की पैदावार और दाना मोटा होने की उम्मीद है। कृषि विभाग का मानना है कि फसल पिछले साल की तुलना में अधिक होगी।
जिले में 2.43 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोवाई की गई है। अगेती फसल तैयार हो रही है। इसे देखकर किसान खुश हैं। इस बार गेहूं की फसल के लिए जरूरी 10 से 13 डिग्री का आदर्श तापमान बना रहा।
साथ ही जनवरी और फरवरी में पश्चिमी विक्षोभ से हुई बारिश ने सिंचाई की समस्या को भी दूर कर दिया। इस बार 25 साल पुराने पीबीडब्ल्यू 343 बीज की जगह उन्नत बीज किसानों को दिए गए थे। इस बीज के कारण अधिक पैदावार की संभावना है।
एचडी बीजों से खुशहाली
जिले में गेहूं की फसल के लिए 11 हजार क्विंटल बीज आया था। इसमें एचडी 2964 सर्वाधिक 6514 क्विंटल आया था। वहीं एचडी 3086, एचडी 3089 के बीज भी किसानों को दिए गए थे।
इन सभी बीजों से बेहतर पैदावार हुई है। अगेती फसल पूरी तरह तैयार है। वहीं पिछेती फसल एक माह में पूरी तरह से तैयार हो जाएगी।
इस बार गेहूं की पैदावार अच्छी होगी। मौसम अनुकूल बना है। फसल को शुरुआती चरण में ऐसा ही तापमान चाहिए था। उन्नत बीजों ने किसानों को खुश होने का मौका दिया है। – कुलदीप कुमार मिश्र, जिला कृषि अधिकारी
उन्नाव। गेहूं की फसल बोने वाले किसानों के चेहरे खिले हैं। अगेती फसल लगभग तैयार है। मौसम ने किसानों का साथ दिया है तो दूसरी तरफ उन्नत बीजों से पैदावार बढ़ी है।
इस बार प्रति हेक्टेयर 30 से 35 क्विंटल गेहूं की पैदावार और दाना मोटा होने की उम्मीद है। कृषि विभाग का मानना है कि फसल पिछले साल की तुलना में अधिक होगी।
जिले में 2.43 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोवाई की गई है। अगेती फसल तैयार हो रही है। इसे देखकर किसान खुश हैं। इस बार गेहूं की फसल के लिए जरूरी 10 से 13 डिग्री का आदर्श तापमान बना रहा।
साथ ही जनवरी और फरवरी में पश्चिमी विक्षोभ से हुई बारिश ने सिंचाई की समस्या को भी दूर कर दिया। इस बार 25 साल पुराने पीबीडब्ल्यू 343 बीज की जगह उन्नत बीज किसानों को दिए गए थे। इस बीज के कारण अधिक पैदावार की संभावना है।
एचडी बीजों से खुशहाली
जिले में गेहूं की फसल के लिए 11 हजार क्विंटल बीज आया था। इसमें एचडी 2964 सर्वाधिक 6514 क्विंटल आया था। वहीं एचडी 3086, एचडी 3089 के बीज भी किसानों को दिए गए थे।
इन सभी बीजों से बेहतर पैदावार हुई है। अगेती फसल पूरी तरह तैयार है। वहीं पिछेती फसल एक माह में पूरी तरह से तैयार हो जाएगी।
इस बार गेहूं की पैदावार अच्छी होगी। मौसम अनुकूल बना है। फसल को शुरुआती चरण में ऐसा ही तापमान चाहिए था। उन्नत बीजों ने किसानों को खुश होने का मौका दिया है। – कुलदीप कुमार मिश्र, जिला कृषि अधिकारी
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