उन्नावः अतिक्रमण का संजाल, पैदल निकलना भी हुआ मुहाल

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उन्नाव। शहर में अतिक्रमण का संजाल इस कदर फैला है कि 50 फीट चौड़ी सड़क सिमट कर 20 से पच्चीस फीट ही रह गई है। हर दिन सुबह से शाम तक यातायात रेंगता है और कई बार जाम भी लगता है। वाहनों की कौन कहे पैदल चलना भी मुश्किल होता है।
शहर के मुख्य मार्ग पर नगर पालिका से लेकर गांधी नगर तिराहा तक। फायर स्टेशन से जिला अस्पताल और गदनखेड़ा चौराहा तक, आवास विकास, सिविल लाइंस सहित अन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण और जाम की समस्या को हल करने के लिए कई बार योजनाएं बनीं लेकिन शुरुआती दिनों में सक्रियता के बाद अफसर फिर शांत बैठ गए। हालत यह है कि फुटपाथ पर पक्की दुकान वालों ने कब्जा कर रखा है।
इसके अलावा ठेलिया और खोमचा सड़क पर लगते हैं। इसके बाद वाहनों को बेतरतीब तरीके से खड़ा करने पर 50 फीट चौड़ी सड़क सिमट कर बमुश्किल 20-25 फीट रह दाती है। हालत यह है कि बड़ा चौराहा से गांधी नगर तिराहा की दस मिनट की दूरी तय करने में 30 से 35 मिनट का वक्त लगता है।
ज्ञात हो कि नगर पालिका ने शहर के सुंदरीकरण और पैदल चलने वालों को राहत देने के लिए वर्ष 2018 में गांधी नगर तिराहा से छोटा चौराहा के पास तक सड़क के दोनों तरफ इंटरलॉकिंग फुटपाथ का निर्माण कराया था। जिसमें बेंच और एलईडी लाइटें भी लगाई गई थीं। लेकिन यहां पर भी दुकानदारों ने अपनी दुकानें सजा ली हैं। आवास विकास कालोनी का भी यही हाल है।
ईओ नगर पालिका ओमप्रकाश ने कहा कि शहर के सर्वाधिक भीड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर अतिक्रमण हटवाया गया था। कुछ स्थानों पर फिर समस्या हो गई है। पिछले दिनों कई दुकानदारों को नोटिस और जुर्माना की कार्रवाई की गई है। भीड़ वाले व्यस्त क्षेत्रों को चिह्नित कर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। यातायात प्रभारी अरविंद पांडेय ने कहा कि अतिक्रमण करने वालों को लगातार हिदायत देकर किनारे कराया जाता है। नगर पालिका के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द ही स्थायी समाधान निकाला जाएगा।
ये हैं जाम के प्रमुख स्थान
बड़ा चौराहा से कालेज रोड मोड़, छोटा चौराहा से गांधी नगर तिराहा, आवास विकास कालोनी, रायबरेली रेलवे क्रासिंग से लेकर मोती नगर तक, जिला न्यायालय से लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस तक, धवन रोड, नगर पालिका से एबी नगर तक एकल मार्ग पर
कैबिनेट मंत्री का अल्टीमेटम भी बेअसर
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना जून 2022 में दो दिवसीय दौरे पर शहर आए थे। शहर का निरीक्षण करने के दौरान हर तरफ अतिक्रमण देख उन्होंने नाराजगी जताई थी। प्रशासन को सात दिन में अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। इसपर शुरुआती दिनों में पालिका ने कुछ तेजी दिखाई लेकिन इसके बाद सबकुछ ठंडे बस्ते में चला गया।

नगर पालिका के पास सड़क पर लगी साइकिल की दुकानें। संवाद

नगर पालिका के पास सड़क पर लगी साइकिल की दुकानें। संवाद– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। शहर में अतिक्रमण का संजाल इस कदर फैला है कि 50 फीट चौड़ी सड़क सिमट कर 20 से पच्चीस फीट ही रह गई है। हर दिन सुबह से शाम तक यातायात रेंगता है और कई बार जाम भी लगता है। वाहनों की कौन कहे पैदल चलना भी मुश्किल होता है।

शहर के मुख्य मार्ग पर नगर पालिका से लेकर गांधी नगर तिराहा तक। फायर स्टेशन से जिला अस्पताल और गदनखेड़ा चौराहा तक, आवास विकास, सिविल लाइंस सहित अन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण और जाम की समस्या को हल करने के लिए कई बार योजनाएं बनीं लेकिन शुरुआती दिनों में सक्रियता के बाद अफसर फिर शांत बैठ गए। हालत यह है कि फुटपाथ पर पक्की दुकान वालों ने कब्जा कर रखा है।

इसके अलावा ठेलिया और खोमचा सड़क पर लगते हैं। इसके बाद वाहनों को बेतरतीब तरीके से खड़ा करने पर 50 फीट चौड़ी सड़क सिमट कर बमुश्किल 20-25 फीट रह दाती है। हालत यह है कि बड़ा चौराहा से गांधी नगर तिराहा की दस मिनट की दूरी तय करने में 30 से 35 मिनट का वक्त लगता है।

ज्ञात हो कि नगर पालिका ने शहर के सुंदरीकरण और पैदल चलने वालों को राहत देने के लिए वर्ष 2018 में गांधी नगर तिराहा से छोटा चौराहा के पास तक सड़क के दोनों तरफ इंटरलॉकिंग फुटपाथ का निर्माण कराया था। जिसमें बेंच और एलईडी लाइटें भी लगाई गई थीं। लेकिन यहां पर भी दुकानदारों ने अपनी दुकानें सजा ली हैं। आवास विकास कालोनी का भी यही हाल है।

ईओ नगर पालिका ओमप्रकाश ने कहा कि शहर के सर्वाधिक भीड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर अतिक्रमण हटवाया गया था। कुछ स्थानों पर फिर समस्या हो गई है। पिछले दिनों कई दुकानदारों को नोटिस और जुर्माना की कार्रवाई की गई है। भीड़ वाले व्यस्त क्षेत्रों को चिह्नित कर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। यातायात प्रभारी अरविंद पांडेय ने कहा कि अतिक्रमण करने वालों को लगातार हिदायत देकर किनारे कराया जाता है। नगर पालिका के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द ही स्थायी समाधान निकाला जाएगा।

ये हैं जाम के प्रमुख स्थान

बड़ा चौराहा से कालेज रोड मोड़, छोटा चौराहा से गांधी नगर तिराहा, आवास विकास कालोनी, रायबरेली रेलवे क्रासिंग से लेकर मोती नगर तक, जिला न्यायालय से लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस तक, धवन रोड, नगर पालिका से एबी नगर तक एकल मार्ग पर

कैबिनेट मंत्री का अल्टीमेटम भी बेअसर

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना जून 2022 में दो दिवसीय दौरे पर शहर आए थे। शहर का निरीक्षण करने के दौरान हर तरफ अतिक्रमण देख उन्होंने नाराजगी जताई थी। प्रशासन को सात दिन में अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। इसपर शुरुआती दिनों में पालिका ने कुछ तेजी दिखाई लेकिन इसके बाद सबकुछ ठंडे बस्ते में चला गया।

नगर पालिका के पास सड़क पर लगी साइकिल की दुकानें। संवाद

नगर पालिका के पास सड़क पर लगी साइकिल की दुकानें। संवाद– फोटो : UNNAO

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