उन्नावः कागजों में 48 शौचालय बनाकर 5.76 लाख का गोलमाल

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उन्नाव। मियागंज के गांव परेंदा में कागजों में 48 शौचालय बनाकर 5.76 लाख रुपये निकाल लिए गए। जांच में खुलासा होने पर पूर्व प्रधान और सचिव को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
डीएम से शिकायत पर जिला विकास अधिकारी व एक्सईएन आरईएस ने परेंदा गांव जाकर जांच की थी। वर्ष 2017 से 2020 तक के अभिलेखीय व स्थलीय जांच में 48 शौचालय मौके पर नहीं मिले। इन शौचालयों का निर्माण कागजों पर दिखाकर 5.76 लाख रुपये निकाले गए थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने पूर्व प्रधान रीना सिंह व तत्कालीन पंचायत सचिव जंग बहादुर को गबन का दोषी मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी की है। डीपीआरओ निरीश चंद्र साहू ने बताया कि पूर्व प्रधान व सचिव से नोटिस का जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर दोनों से सरकारी धन के गबन की रिकवरी कराई जाएगी।
नवाबगंज विकासखंड की ग्राम पंचायत केवाना में मनरेगा में 7.62 लाख रुपये हड़पने का प्रयास किया गया। ग्राम पंचायत में कैटल शेड (जानवरों के लिए) का निर्माण होना था। इसके लिए 16 लाख 84 हजार 198 रुपये के भुगतान की फाइल नवाबगंज ब्लाक के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) शोभित संस्कार के सामने रखी गई। एपीओ ने मौके पर जाकर जांच की तो पता चला कि काम मात्र नौ लाख 21 हजार 418 का ही किया गया। भुगतान में सात 62 हजार 780 रुपये अतिरिक्त धनराशि की संस्तुति की गई। एपीओ ने प्रधान सुषमा, ग्राम विकास अधिकारी कविता गौतम व तकनीकी सहायक विमलेश सिंह को दोषी माना और रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी। सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। बुधवार रात एपीओ ने अजगैन कोतवाली में तहरीर दी। कोतवाल जेबी पांडेय ने बताया कि प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक पर सरकारी धनराशि के गबन के प्रयास सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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उन्नाव। मियागंज के गांव परेंदा में कागजों में 48 शौचालय बनाकर 5.76 लाख रुपये निकाल लिए गए। जांच में खुलासा होने पर पूर्व प्रधान और सचिव को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

डीएम से शिकायत पर जिला विकास अधिकारी व एक्सईएन आरईएस ने परेंदा गांव जाकर जांच की थी। वर्ष 2017 से 2020 तक के अभिलेखीय व स्थलीय जांच में 48 शौचालय मौके पर नहीं मिले। इन शौचालयों का निर्माण कागजों पर दिखाकर 5.76 लाख रुपये निकाले गए थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने पूर्व प्रधान रीना सिंह व तत्कालीन पंचायत सचिव जंग बहादुर को गबन का दोषी मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी की है। डीपीआरओ निरीश चंद्र साहू ने बताया कि पूर्व प्रधान व सचिव से नोटिस का जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर दोनों से सरकारी धन के गबन की रिकवरी कराई जाएगी।

नवाबगंज विकासखंड की ग्राम पंचायत केवाना में मनरेगा में 7.62 लाख रुपये हड़पने का प्रयास किया गया। ग्राम पंचायत में कैटल शेड (जानवरों के लिए) का निर्माण होना था। इसके लिए 16 लाख 84 हजार 198 रुपये के भुगतान की फाइल नवाबगंज ब्लाक के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) शोभित संस्कार के सामने रखी गई। एपीओ ने मौके पर जाकर जांच की तो पता चला कि काम मात्र नौ लाख 21 हजार 418 का ही किया गया। भुगतान में सात 62 हजार 780 रुपये अतिरिक्त धनराशि की संस्तुति की गई। एपीओ ने प्रधान सुषमा, ग्राम विकास अधिकारी कविता गौतम व तकनीकी सहायक विमलेश सिंह को दोषी माना और रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी। सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। बुधवार रात एपीओ ने अजगैन कोतवाली में तहरीर दी। कोतवाल जेबी पांडेय ने बताया कि प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक पर सरकारी धनराशि के गबन के प्रयास सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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