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सोनिक। पैदल फैक्टरी जा रहे श्रमिक की बुटवल स्थित बंद रेलवे क्रॉसिंग पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे के वक्त कान में लीड लगाए था। अनुमान है कि इसी वजह से ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाया। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर फैक्टरी पहुंचे और गेट पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने फैक्टरी प्रबंधन से वार्ता कर 2.15 लाख मुआवजा और पिता को नौकरी का आश्वासन दिया। तब हंगामा शांत हुआ।
ग्रामसभा मुर्तजानगर के मजरा बंदरहा निवासी रंजीत लोधी (22) दही चौकी स्थित एक फैक्टरी में श्रमिक था। सोमवार सुबह पैदल साथियों के साथ काम पर जा रहा था। रंजीत कान में लीड लगाकर गाना सुन रहा था। बुटवल की बंद रेलवे क्रासिंग को पार करते समय कानपुर की ओर से आ रही ट्रेन का हॉर्न नहीं सुन पाया और चपेट में आने से मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। उसके बाद परिजन शव लेकर फैक्टरी गेट पहुंच गए। पुलिस भी पहुंची और समझाने का प्रयास किया पर परिजन नहीं माने।
प्रबंधतंत्र से वार्ता कर 2.15 लाख रुपये का मुआवजा, अंतिम संस्कार के 10 हजार रुपये और मृतक के पिता को परमानेंट नौकरी देने का आश्वासन दिया। तब जाकर परिजन माने और अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। इस दौरान करीब दो घंटे तक हंगामा चला। मृतक के पिता कैलाश लोधी, मां रामदुलारी व चार बहनें रो रोकर बेहाल हैं। एसओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया था। उनकी मांगे पूरी होने पर अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।
डेढ़ महीने में दूसरी घटना
कान में लीड लगाकर रेलवे क्रासिंग पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से हुई मौत की यह दूसरी घटना है। 19 जुलाई को थानाक्षेत्र के गांव अलगनगढ़ निवासी सविता गौतम की भी लीड कान में लगी होने से ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी। इससे उसकी मौत हो गई थी।
ट्रेन की चपेट में आए युवक की मौत के बाद घटना स्थल पर जांच करती पुलिस व लगी भीड़। संवाद– फोटो : UNNAO
सोनिक। पैदल फैक्टरी जा रहे श्रमिक की बुटवल स्थित बंद रेलवे क्रॉसिंग पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे के वक्त कान में लीड लगाए था। अनुमान है कि इसी वजह से ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाया। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर फैक्टरी पहुंचे और गेट पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने फैक्टरी प्रबंधन से वार्ता कर 2.15 लाख मुआवजा और पिता को नौकरी का आश्वासन दिया। तब हंगामा शांत हुआ।
ग्रामसभा मुर्तजानगर के मजरा बंदरहा निवासी रंजीत लोधी (22) दही चौकी स्थित एक फैक्टरी में श्रमिक था। सोमवार सुबह पैदल साथियों के साथ काम पर जा रहा था। रंजीत कान में लीड लगाकर गाना सुन रहा था। बुटवल की बंद रेलवे क्रासिंग को पार करते समय कानपुर की ओर से आ रही ट्रेन का हॉर्न नहीं सुन पाया और चपेट में आने से मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। उसके बाद परिजन शव लेकर फैक्टरी गेट पहुंच गए। पुलिस भी पहुंची और समझाने का प्रयास किया पर परिजन नहीं माने।
प्रबंधतंत्र से वार्ता कर 2.15 लाख रुपये का मुआवजा, अंतिम संस्कार के 10 हजार रुपये और मृतक के पिता को परमानेंट नौकरी देने का आश्वासन दिया। तब जाकर परिजन माने और अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। इस दौरान करीब दो घंटे तक हंगामा चला। मृतक के पिता कैलाश लोधी, मां रामदुलारी व चार बहनें रो रोकर बेहाल हैं। एसओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया था। उनकी मांगे पूरी होने पर अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।
डेढ़ महीने में दूसरी घटना
कान में लीड लगाकर रेलवे क्रासिंग पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से हुई मौत की यह दूसरी घटना है। 19 जुलाई को थानाक्षेत्र के गांव अलगनगढ़ निवासी सविता गौतम की भी लीड कान में लगी होने से ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी। इससे उसकी मौत हो गई थी।
ट्रेन की चपेट में आए युवक की मौत के बाद घटना स्थल पर जांच करती पुलिस व लगी भीड़। संवाद– फोटो : UNNAO
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