उन्नावः दीपावली आज, शाम 6:30 से रात 8:30 बजे तक शुभ मुहूर्त

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बड़ा चौराहा पर लगी दुकान में लक्ष्मी गणेश की मूर्ति पसंद करते लोग।

बड़ा चौराहा पर लगी दुकान में लक्ष्मी गणेश की मूर्ति पसंद करते लोग।
– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। दीपावली पर्व आज धूमधाम से मनेगा। लक्ष्मी पूजा के लिए दो घंटे का मुहूर्त रहेगा। वृष लग्न पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा का शुभ संयोग है। इसे सुख-समृद्धि की पूजा मानी गई है। रात को तंत्र-मंत्र विद्या के लिए काली और तड़के सरस्वती की पूजा का मुहूर्त होगा।
आचार्य अवनीश कुमार दीक्षित ने बताया कि लक्ष्मी पूजा वृष लग्न में होती है। सोमवार की शाम 6:30 बजे से 8:30 बजे तक पूजन का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद रात 12:20 से 2:10 बजे तक काली पूजा होगी। इसमें तंत्र-मंत्र की साधना की जाती है। मंगलवार को तड़के 4:05 से 5:30 बजे तक सरस्वती की पूजा की जाएगी।
ऐसे करें लक्ष्मी-गणेश की पूजा
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक लक्ष्मी की मूर्ति गणेश की मूर्ति के दाहिने ओर रखें। कलश देवी लक्ष्मी की मूर्ति के पास चावल पर रखें। नारियल को लाल वस्त्र में लपेटें। एक घी और एक तेल का दीपक रखें। गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती के साथ कुबेर का पूजन करें। नारियल या 11 कमलगट्टे पूजा स्थल पर रखें। श्रीयंत्र की पूजा करें। लक्ष्मी जी की पूजा में सिंघाड़ा, अनार, श्रीफल अर्पित करें। देवी लक्ष्मी को सिंघाड़ा बहुत पसंद है। इसके अलावा केसर पड़ी चावल की खीर व हलवा आदि भी पसंद है।

आचार्य अवनीश कुमार दीक्षित।

आचार्य अवनीश कुमार दीक्षित।– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। दीपावली पर्व आज धूमधाम से मनेगा। लक्ष्मी पूजा के लिए दो घंटे का मुहूर्त रहेगा। वृष लग्न पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा का शुभ संयोग है। इसे सुख-समृद्धि की पूजा मानी गई है। रात को तंत्र-मंत्र विद्या के लिए काली और तड़के सरस्वती की पूजा का मुहूर्त होगा।

आचार्य अवनीश कुमार दीक्षित ने बताया कि लक्ष्मी पूजा वृष लग्न में होती है। सोमवार की शाम 6:30 बजे से 8:30 बजे तक पूजन का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद रात 12:20 से 2:10 बजे तक काली पूजा होगी। इसमें तंत्र-मंत्र की साधना की जाती है। मंगलवार को तड़के 4:05 से 5:30 बजे तक सरस्वती की पूजा की जाएगी।

ऐसे करें लक्ष्मी-गणेश की पूजा

ज्योतिषाचार्य के मुताबिक लक्ष्मी की मूर्ति गणेश की मूर्ति के दाहिने ओर रखें। कलश देवी लक्ष्मी की मूर्ति के पास चावल पर रखें। नारियल को लाल वस्त्र में लपेटें। एक घी और एक तेल का दीपक रखें। गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती के साथ कुबेर का पूजन करें। नारियल या 11 कमलगट्टे पूजा स्थल पर रखें। श्रीयंत्र की पूजा करें। लक्ष्मी जी की पूजा में सिंघाड़ा, अनार, श्रीफल अर्पित करें। देवी लक्ष्मी को सिंघाड़ा बहुत पसंद है। इसके अलावा केसर पड़ी चावल की खीर व हलवा आदि भी पसंद है।

आचार्य अवनीश कुमार दीक्षित।

आचार्य अवनीश कुमार दीक्षित।– फोटो : UNNAO



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