उन्नावः बारिश का कहर, कच्चे घर गिरने से तीन की मौत

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बीघापुर के कटरा गांव में मकान की छत गिरने के बाद घटना की जानकारी लेते तहसीलदार तरूण प्रताप। संवाद

बीघापुर के कटरा गांव में मकान की छत गिरने के बाद घटना की जानकारी लेते तहसीलदार तरूण प्रताप। संवाद
– फोटो : UNNAO

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बीघापुर (उन्नाव)। लगातार बारिश की वजह से घर गिरने से रविवार को अलग अलग स्थानों पर तीन लोगों की मौत हो गई। बीघापुर तहसील क्षेत्र के गांव कटरा में मलबे में दबकर महिला की जान चली गई। उसका बेटा घायल है। चकलवंशी के थाना गांव में वृद्धा और आसीवन क्षेत्र के गांव बारीथाना में वृद्ध की मौत हो गई।
कटरा गांव निवासी जगदीश प्रसाद (52) मजदूरी करता है। रविवार शाम वह खाना खाने के बाद पत्नी गोमती (48), बेटी लक्ष्मी (20), बेटों सौरभ (16), रोहित (14) और मोहित (13) के साथ कमरे में आराम कर रहा था। पिता जगदीश बाहर थे। इसी बीच कच्ची छत व मिट्टी के गारे से जुड़ीं पक्की ईंटों की दीवारें ढह गईं। सभी मलबे में दब गए। धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसी ईश्वरदीन, रामू, हरी, राजन व वीरेंद्र पटेल दौड़े।
मलबा हटाकर सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां डॉक्टर ने गोमती को मृत घोषित कर दिया। घायल मोहित को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना पर एसडीएम दयाशंकर पाठक, तहसीलदार तरुण प्रताप, सीओ विजय आनंद पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
बदहवास हुए पति और ससुर
पत्नी की मौत और बेटे की हालत गंभीर देखकर जगदीश बेहोश हो गए। मौजूद लोगों ने पानी के छींटे डाले तब होश में आए। जगदीश प्रसाद ने बताया कि दीवार में ईंटों की चुनाई मिट्टी से थी। बारिश में दीवार गीली होने से मिट्टी फैल गईं। इससे छत गिरने पर दीवारें भी ढह गईं।
परिजनों को पंचायत भवन में रखा गया
आगे की कच्ची और पीछे का मकान सही होने के बाद भी एहतियात के तौर पर एसडीएम दयाशंकर पाठक ने जगदीश प्रसाद और परिवार के अन्य सदस्यों को पंचायत भवन में रखने के निर्देश ग्राम प्रधान अलका वर्मा को दिए हैं। एसडीएम और सीओ ने पीड़ितों को अपने पास से सात हजार रुपये इलाज के नाम पर दिए हैं। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनुज कुमार ने बताया कि पिछली पंचवर्षीय में जगदीश प्रसाद का नाम आवास सूची में नहीं था।
पक्का मकान था, फिर भी रहती थीं कच्चे में
उधर, माखी थाना क्षेत्र के गांव थाना निवासी अब्दुल गफ्फार की पत्नी जमीला (80) पुराने कच्चे मकान में रहती थीं। शनिवार देर रात तेज बारिश के दौरान दीवार गिरने वह मलबे में दब गईं। पड़ोसियों ने मलबा हटाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर नायब तहसीलदार मंजुला मिश्रा मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि गांव में पक्का घर बना है पर वह पति के साथ पुराने घर में रहती थीं।
चारपाई पर छप्पर समेत गिरी दीवार
आसीवन क्षेत्र के गांव बारीथाना निवासी श्रीराम (70) घर में कच्ची दीवार पर रखे छप्पर के नीचे चारपाई पर सो रहे थे। रविवार दोपहर दीवार छप्पर समेत गिर गई। चीख सुनकर दौड़े पड़ोसी मलबा हटाकर उन्हें अस्पताल ले गए। श्रीराम अविवाहित थे। भतीजा रामबली उनकी देखभाल करता था। घटना की सूचना पर पहुंचे लेखपाल ने रिपोर्ट तहसील में देने की बात कही। (संवाद)

बीघापुर के कटरा गांव में मकान की छत गिरने के बाद पड़ा मलबा व मौजूद लोग। संवाद

बीघापुर के कटरा गांव में मकान की छत गिरने के बाद पड़ा मलबा व मौजूद लोग। संवाद– फोटो : UNNAO

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बीघापुर (उन्नाव)। लगातार बारिश की वजह से घर गिरने से रविवार को अलग अलग स्थानों पर तीन लोगों की मौत हो गई। बीघापुर तहसील क्षेत्र के गांव कटरा में मलबे में दबकर महिला की जान चली गई। उसका बेटा घायल है। चकलवंशी के थाना गांव में वृद्धा और आसीवन क्षेत्र के गांव बारीथाना में वृद्ध की मौत हो गई।

कटरा गांव निवासी जगदीश प्रसाद (52) मजदूरी करता है। रविवार शाम वह खाना खाने के बाद पत्नी गोमती (48), बेटी लक्ष्मी (20), बेटों सौरभ (16), रोहित (14) और मोहित (13) के साथ कमरे में आराम कर रहा था। पिता जगदीश बाहर थे। इसी बीच कच्ची छत व मिट्टी के गारे से जुड़ीं पक्की ईंटों की दीवारें ढह गईं। सभी मलबे में दब गए। धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसी ईश्वरदीन, रामू, हरी, राजन व वीरेंद्र पटेल दौड़े।

मलबा हटाकर सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां डॉक्टर ने गोमती को मृत घोषित कर दिया। घायल मोहित को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना पर एसडीएम दयाशंकर पाठक, तहसीलदार तरुण प्रताप, सीओ विजय आनंद पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

बदहवास हुए पति और ससुर

पत्नी की मौत और बेटे की हालत गंभीर देखकर जगदीश बेहोश हो गए। मौजूद लोगों ने पानी के छींटे डाले तब होश में आए। जगदीश प्रसाद ने बताया कि दीवार में ईंटों की चुनाई मिट्टी से थी। बारिश में दीवार गीली होने से मिट्टी फैल गईं। इससे छत गिरने पर दीवारें भी ढह गईं।

परिजनों को पंचायत भवन में रखा गया

आगे की कच्ची और पीछे का मकान सही होने के बाद भी एहतियात के तौर पर एसडीएम दयाशंकर पाठक ने जगदीश प्रसाद और परिवार के अन्य सदस्यों को पंचायत भवन में रखने के निर्देश ग्राम प्रधान अलका वर्मा को दिए हैं। एसडीएम और सीओ ने पीड़ितों को अपने पास से सात हजार रुपये इलाज के नाम पर दिए हैं। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनुज कुमार ने बताया कि पिछली पंचवर्षीय में जगदीश प्रसाद का नाम आवास सूची में नहीं था।

पक्का मकान था, फिर भी रहती थीं कच्चे में

उधर, माखी थाना क्षेत्र के गांव थाना निवासी अब्दुल गफ्फार की पत्नी जमीला (80) पुराने कच्चे मकान में रहती थीं। शनिवार देर रात तेज बारिश के दौरान दीवार गिरने वह मलबे में दब गईं। पड़ोसियों ने मलबा हटाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर नायब तहसीलदार मंजुला मिश्रा मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि गांव में पक्का घर बना है पर वह पति के साथ पुराने घर में रहती थीं।

चारपाई पर छप्पर समेत गिरी दीवार

आसीवन क्षेत्र के गांव बारीथाना निवासी श्रीराम (70) घर में कच्ची दीवार पर रखे छप्पर के नीचे चारपाई पर सो रहे थे। रविवार दोपहर दीवार छप्पर समेत गिर गई। चीख सुनकर दौड़े पड़ोसी मलबा हटाकर उन्हें अस्पताल ले गए। श्रीराम अविवाहित थे। भतीजा रामबली उनकी देखभाल करता था। घटना की सूचना पर पहुंचे लेखपाल ने रिपोर्ट तहसील में देने की बात कही। (संवाद)

बीघापुर के कटरा गांव में मकान की छत गिरने के बाद पड़ा मलबा व मौजूद लोग। संवाद

बीघापुर के कटरा गांव में मकान की छत गिरने के बाद पड़ा मलबा व मौजूद लोग। संवाद– फोटो : UNNAO



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