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उन्नाव। असोहा क्षेत्र पंचायत प्रमुख (ब्लॉक प्रमुख) पर विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाकर बीडीसी सदस्यों ने डीएम को अविश्वास प्रस्ताव दिया है। डीएम ने मामले को डीपीआरओ के पास भेजकर पंचायतीराज नियमों के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
10 जुलाई 2021 को ब्लॉक प्रमुख चुनाव हुआ था। उस दौरान सपा समर्थित बीतेंद्र यादव और भाजपा से आनंद गुप्ता मैदान में थे। कुल 77 बीडीसी ने चुनाव में वोटिंग की थी। मतगणना के दौरान एक मत अमान्य घोषित हुआ था।
बीतेंद्र को 45 और आनंद को 31 मत मिले थे। इस प्रकार बीतेंद्र को असोहा ब्लॉक प्रमुख घोषित किया गया था। करीब एक साल बाद ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। सोमवार को रनर रहे आनंद गुप्ता 62 बीडीसी का हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास प्रस्ताव लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने डीएम से ब्लॉक प्रमुख को पद से हटाने की मांग की। डीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि डीपीआरओ को अग्रिम कार्रवाई के लिए कहा गया है।
ये हैं सदस्यों के आरोप
– विकास कार्यों में बरती जा रही अनियमितता
– बीडीसी को बिना विश्वास में लिए नियमों के विपरीत कार्य
– भेदभावपूर्ण कार्यशैली व विकास के प्रति उदासीनता
– शासनादेश में वर्णित प्रावधानों के विपरीत कार्य करना
– अनावश्यक कार्यों में शासकीय धन का दुरुपयोग
उन्नाव। असोहा क्षेत्र पंचायत प्रमुख (ब्लॉक प्रमुख) पर विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाकर बीडीसी सदस्यों ने डीएम को अविश्वास प्रस्ताव दिया है। डीएम ने मामले को डीपीआरओ के पास भेजकर पंचायतीराज नियमों के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
10 जुलाई 2021 को ब्लॉक प्रमुख चुनाव हुआ था। उस दौरान सपा समर्थित बीतेंद्र यादव और भाजपा से आनंद गुप्ता मैदान में थे। कुल 77 बीडीसी ने चुनाव में वोटिंग की थी। मतगणना के दौरान एक मत अमान्य घोषित हुआ था।
बीतेंद्र को 45 और आनंद को 31 मत मिले थे। इस प्रकार बीतेंद्र को असोहा ब्लॉक प्रमुख घोषित किया गया था। करीब एक साल बाद ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। सोमवार को रनर रहे आनंद गुप्ता 62 बीडीसी का हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास प्रस्ताव लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने डीएम से ब्लॉक प्रमुख को पद से हटाने की मांग की। डीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि डीपीआरओ को अग्रिम कार्रवाई के लिए कहा गया है।
ये हैं सदस्यों के आरोप
– विकास कार्यों में बरती जा रही अनियमितता
– बीडीसी को बिना विश्वास में लिए नियमों के विपरीत कार्य
– भेदभावपूर्ण कार्यशैली व विकास के प्रति उदासीनता
– शासनादेश में वर्णित प्रावधानों के विपरीत कार्य करना
– अनावश्यक कार्यों में शासकीय धन का दुरुपयोग
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