उन्नाव: किसान ने कलक्ट्रेट में किया आत्महाह का प्रयास

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उन्नाव। जमीन पर कब्जा होने के मामले में शिकायत के बाद भी सुनवाई न होने से नाराज किसान ने कलक्ट्रेट में आत्मदाह का प्रयास किया। उसे केरोसिन डालते देखकर सिपाहियों ने पकड़ लिया और डीएम के पास ले गए। डीएम ने तहसीलदार व अचलगंज थाना प्रभारी को जांच के निर्देश दिए हैं।
अचलगंज के जमुका निवासी किसान शीलू सिंह बुधवार दोपहर लगभग एक बजे कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने आत्मदाह के इरादे से केरोसिन डाल लिया। नारेबाजी कर माचिस निकाली तो सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। सूचना पर तहसीलदार अतुल कुमार व कोतवाल राजेश पाठक मौके पर पहुंचे। शीलू को डीएम के पास ले जाया गया।
शीलू ने बताया कि लगभग तीन वर्ष से भूमि विवाद चल रहा है। दीवानी में वाद लंबित होने के बाद भी गांव के कुछ लोग उसकी जमीन पर निर्माण करा रहे हैं। समाधान दिवस में भी कई बार प्रार्थनापत्र दिया लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टे उसके खिलाफ ही एनसीआर दर्ज कर ली। एक सिपाही 20 हजार रुपये मांग रहा था।
शीलू ने बताया कि बुधवार सुबह आरोपी पक्ष के 10-12 लोग असलहे से लैस होकर खेत पर पहुंचे और कब्जा करने के इरादे से निर्माण कार्य शुरू करा दिया। विरोध पर मारपीट की। डीएम रवींद्र कुमार के निर्देश पर कोतवाल राजेश पाठक ने किसान को पुलिस सुरक्षा में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस व राजस्व टीम की जांच में पता चला है कि शीलू सिंह के पिता ने कुछ भूमि विशुना नाम की महिला को बेची थी। विशुना ने वह भूमि कलंदरखेड़ा मजरा रायपुर बुजुर्ग निवासी कुलदीप कुमार को बेच दी। शीलू ने 11 जुलाई को निर्मित दीवार गिरा दी थी जिस पर उसके खिलाफ एनसीआर दर्ज हुई थी। सिपाही ने उसे थाने बुलाया था। रुपये मांगने का आरोप गलत मिला है।

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उन्नाव। जमीन पर कब्जा होने के मामले में शिकायत के बाद भी सुनवाई न होने से नाराज किसान ने कलक्ट्रेट में आत्मदाह का प्रयास किया। उसे केरोसिन डालते देखकर सिपाहियों ने पकड़ लिया और डीएम के पास ले गए। डीएम ने तहसीलदार व अचलगंज थाना प्रभारी को जांच के निर्देश दिए हैं।

अचलगंज के जमुका निवासी किसान शीलू सिंह बुधवार दोपहर लगभग एक बजे कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने आत्मदाह के इरादे से केरोसिन डाल लिया। नारेबाजी कर माचिस निकाली तो सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। सूचना पर तहसीलदार अतुल कुमार व कोतवाल राजेश पाठक मौके पर पहुंचे। शीलू को डीएम के पास ले जाया गया।

शीलू ने बताया कि लगभग तीन वर्ष से भूमि विवाद चल रहा है। दीवानी में वाद लंबित होने के बाद भी गांव के कुछ लोग उसकी जमीन पर निर्माण करा रहे हैं। समाधान दिवस में भी कई बार प्रार्थनापत्र दिया लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टे उसके खिलाफ ही एनसीआर दर्ज कर ली। एक सिपाही 20 हजार रुपये मांग रहा था।

शीलू ने बताया कि बुधवार सुबह आरोपी पक्ष के 10-12 लोग असलहे से लैस होकर खेत पर पहुंचे और कब्जा करने के इरादे से निर्माण कार्य शुरू करा दिया। विरोध पर मारपीट की। डीएम रवींद्र कुमार के निर्देश पर कोतवाल राजेश पाठक ने किसान को पुलिस सुरक्षा में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।

एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस व राजस्व टीम की जांच में पता चला है कि शीलू सिंह के पिता ने कुछ भूमि विशुना नाम की महिला को बेची थी। विशुना ने वह भूमि कलंदरखेड़ा मजरा रायपुर बुजुर्ग निवासी कुलदीप कुमार को बेच दी। शीलू ने 11 जुलाई को निर्मित दीवार गिरा दी थी जिस पर उसके खिलाफ एनसीआर दर्ज हुई थी। सिपाही ने उसे थाने बुलाया था। रुपये मांगने का आरोप गलत मिला है।

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