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उन्नाव। जुलाई में आठ दिन के अंतराल में दूसरी बार झमाझम बारिश हुई। गुरुवार सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक जिले में 28 मिलीमीटर बारिश हुई। मानसून सक्रिय होने से मौसम विभाग का अगले दो दिन मध्यम बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान है। बारिश होने से ग्रामीण क्षेत्रों में धान की रोपाई में तेजी आई है। शहरी क्षेत्रों में उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली। हालांकि लगभग पूरे शहर में हुए जलभराव ने लोगों को परेशान भी किया।
जुलाई में इस साल बारिश औसत से कम हुई है। मानसून दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़ गया है। जुलाई महीने में लखनऊ मंडल में उन्नाव जिले में सबसे कम बारिश रिकार्ड की गई है। बुधवार रात एक बजे से दो बजे तक हल्की बारिश के बाद गुरुवार सुबह सात बजे से 12 बजे तक बारिश हुई। पांच घंटे में जिले में 28 मिलीमीटर बारिश हुई। इससे खेतों का सूखा खत्म हुआ। पानी से लबालब खेतों में रौनक लौट आई।
किसान धान की रोपाई और खेत में पलेवा कर रोपाई की तैयारी करते नजर आए। बारिश से शहरी लोगों ने भी राहत महसूस की। हालांकि जलभराव बारिश के सात घंटे बाद भी लोगों के लिए मुसीबत बना रहा। शहर का बड़ा चौराहा, सदर बाजार, छोटा चौराहा, लोकनगर, सिविल लाइन, डीएम आवास, एसपी आवास, एसपी कार्यालय, पुलिस लाइन रोड सहित लगभग पूरे शहर में जलभराव रहा।
शहर में कई स्थानों पर जलभराव होने से लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर गया। मोहल्ला शाहगंज, लोकनगर, शिव नगर, पीतांबर नगर, पूरन नगर और कल्याणी में लोग घरों से पानी निकालते नजर आए। कई दुकानदारों को हजारों का नुकसान झेलना पड़ा। वह दुकान और घर के सामने पानी को भीतर आने से रोकने के इंतजाम करते और नगर पालिका को कोसते रहे।
बारिश से शहर सहित पूरे जिले की बिजली आपूर्ति चरमरा गई। छोटे-बड़े 1014 फाल्ट हुए और आठ ट्रांसफार्मर खराब हो गए। कई स्थानों पर तार टूटने और खंभे गिरने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। अचलगंज-हड़हा मार्ग पर खंभे टूटने से तकरीबन 12 गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है। जेई के अनुसार पोल और तार बदलने का काम शुक्रवार शाम तक पूरा हो पाएगा। शहर में कब्बाखेड़ा, सिटी पावर हाउस, पीडी नगर उपकेंद्र क्षेत्र में दर्जनों स्थानों पर फाल्ट होने से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। फाल्टों के चलते शाम तक बिजली की आंख मिचौनी जारी रही।
गुरुवार को अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री रिकार्ड किया गया। लोगों ने कूलर बंद कर दिए। इस दौरान नमी का प्रतिशत 95 फीसद रहा। जिले में मध्यम बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी कर दिया है। जुलाई में अब तक 80 मिलीमीटर बारिश हुई जो पिछले तीन सालों में सबसे कम है। उप्र मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक मानसून की अक्षीय रेखा मध्यप्रदेश से होकर प्रदेश की ओर बढ़ गई है, जिससे अगले 48 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में जोरदार बारिश की संभावना है। उन्नाव में भी मध्यम बारिश का अनुमान है।
पाटन। गुरुवार को हुई बरसात से किसानों के चेहरे खिल गए। खेतों में पानी भरने से धान की रोपाई तेज हो गई। धान की रोपाई कर रहीं महिलाएं सुर से सुर मिलाकर सावन गीत भी गुनगुनाती रहीं। स्कूलों में जलभराव में बच्चों ने खूब मस्ती भी की। भदेवरा, गौरैया, धरमपुर समेत कई स्कूल परिसर में पानी भर गया।
बारिश से हो रहे जलभराव के देखकर दुकान की फर्श ऊंची कराता दुकानदार। संवाद– फोटो : UNNAO
बारिश के दौरान छाता लगाकर स्कूल जाती छात्राएं। संवाद– फोटो : UNNAO
उन्नाव। जुलाई में आठ दिन के अंतराल में दूसरी बार झमाझम बारिश हुई। गुरुवार सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक जिले में 28 मिलीमीटर बारिश हुई। मानसून सक्रिय होने से मौसम विभाग का अगले दो दिन मध्यम बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान है। बारिश होने से ग्रामीण क्षेत्रों में धान की रोपाई में तेजी आई है। शहरी क्षेत्रों में उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली। हालांकि लगभग पूरे शहर में हुए जलभराव ने लोगों को परेशान भी किया।
जुलाई में इस साल बारिश औसत से कम हुई है। मानसून दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़ गया है। जुलाई महीने में लखनऊ मंडल में उन्नाव जिले में सबसे कम बारिश रिकार्ड की गई है। बुधवार रात एक बजे से दो बजे तक हल्की बारिश के बाद गुरुवार सुबह सात बजे से 12 बजे तक बारिश हुई। पांच घंटे में जिले में 28 मिलीमीटर बारिश हुई। इससे खेतों का सूखा खत्म हुआ। पानी से लबालब खेतों में रौनक लौट आई।
किसान धान की रोपाई और खेत में पलेवा कर रोपाई की तैयारी करते नजर आए। बारिश से शहरी लोगों ने भी राहत महसूस की। हालांकि जलभराव बारिश के सात घंटे बाद भी लोगों के लिए मुसीबत बना रहा। शहर का बड़ा चौराहा, सदर बाजार, छोटा चौराहा, लोकनगर, सिविल लाइन, डीएम आवास, एसपी आवास, एसपी कार्यालय, पुलिस लाइन रोड सहित लगभग पूरे शहर में जलभराव रहा।
शहर में कई स्थानों पर जलभराव होने से लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर गया। मोहल्ला शाहगंज, लोकनगर, शिव नगर, पीतांबर नगर, पूरन नगर और कल्याणी में लोग घरों से पानी निकालते नजर आए। कई दुकानदारों को हजारों का नुकसान झेलना पड़ा। वह दुकान और घर के सामने पानी को भीतर आने से रोकने के इंतजाम करते और नगर पालिका को कोसते रहे।
बारिश से शहर सहित पूरे जिले की बिजली आपूर्ति चरमरा गई। छोटे-बड़े 1014 फाल्ट हुए और आठ ट्रांसफार्मर खराब हो गए। कई स्थानों पर तार टूटने और खंभे गिरने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। अचलगंज-हड़हा मार्ग पर खंभे टूटने से तकरीबन 12 गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है। जेई के अनुसार पोल और तार बदलने का काम शुक्रवार शाम तक पूरा हो पाएगा। शहर में कब्बाखेड़ा, सिटी पावर हाउस, पीडी नगर उपकेंद्र क्षेत्र में दर्जनों स्थानों पर फाल्ट होने से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। फाल्टों के चलते शाम तक बिजली की आंख मिचौनी जारी रही।
गुरुवार को अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री रिकार्ड किया गया। लोगों ने कूलर बंद कर दिए। इस दौरान नमी का प्रतिशत 95 फीसद रहा। जिले में मध्यम बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी कर दिया है। जुलाई में अब तक 80 मिलीमीटर बारिश हुई जो पिछले तीन सालों में सबसे कम है। उप्र मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक मानसून की अक्षीय रेखा मध्यप्रदेश से होकर प्रदेश की ओर बढ़ गई है, जिससे अगले 48 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में जोरदार बारिश की संभावना है। उन्नाव में भी मध्यम बारिश का अनुमान है।
पाटन। गुरुवार को हुई बरसात से किसानों के चेहरे खिल गए। खेतों में पानी भरने से धान की रोपाई तेज हो गई। धान की रोपाई कर रहीं महिलाएं सुर से सुर मिलाकर सावन गीत भी गुनगुनाती रहीं। स्कूलों में जलभराव में बच्चों ने खूब मस्ती भी की। भदेवरा, गौरैया, धरमपुर समेत कई स्कूल परिसर में पानी भर गया।
बारिश से हो रहे जलभराव के देखकर दुकान की फर्श ऊंची कराता दुकानदार। संवाद– फोटो : UNNAO
बारिश के दौरान छाता लगाकर स्कूल जाती छात्राएं। संवाद– फोटो : UNNAO
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