[ad_1]
ख़बर सुनें
उन्नाव। दलित युवक से मारपीट और आंख में गहरी चोट लगने के मामले में पीड़ित ने वीडियो वायरल कर 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आत्मदाह की धमकी दी तो हड़कंप मच गया। आननफानन पुलिस ने पीड़ित के बयान दर्ज किए। मामला पहले ही सीएम तक पहुंच चुका है। चर्चा है कि पुलिस ने आरोपी के एक नजदीकी को पूछताछ के लिए उठाया है।
शहर के सिविल लाइंस निवासी विशाल सिंह पांच जुलाई की रात 11:30 बजे बाइक से घर जा रहे थे। आरोप है कि रास्ते में मोहल्ले का गौरव अग्निहोत्री मिला तो उससे बकाया पांच हजार रुपये मांगे। इस पर वह गालीगलौज करने लगा। इसी दौरान वहीं का निवासी राजेश बाजपेयी और उनका साथी पहुंचा और तीनों ने उसे दौड़ाकर पीटा।
फायरिंग की तो वह घर में घुस गया। हमलावरों ने घर में घुसकर पीटा। उसकी दाहिनी आंख में गहरी चोट आई है। पीड़ित के अनुसार कानपुर के डॉक्टर ने रोशनी जाने की बात कही है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर शनिवार को पीड़ित ने लखनऊ में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में प्रार्थनापत्र दिया था।
पीड़ित ने रविवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। इसमें दोपहर दो बजे तक गिरफ्तारी न होने पर आत्मदाह की धमकी दी तो पुलिस हरकत में आई। उसके बयान लेकर टीम कानपुर में विशाल का इलाज करने वाले डॉक्टर का बयान लेने गई लेकिन वह नहीं मिले। सीओ सिटी आशुतोष कुमार ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
उन्नाव। दलित युवक से मारपीट और आंख में गहरी चोट लगने के मामले में पीड़ित ने वीडियो वायरल कर 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आत्मदाह की धमकी दी तो हड़कंप मच गया। आननफानन पुलिस ने पीड़ित के बयान दर्ज किए। मामला पहले ही सीएम तक पहुंच चुका है। चर्चा है कि पुलिस ने आरोपी के एक नजदीकी को पूछताछ के लिए उठाया है।
शहर के सिविल लाइंस निवासी विशाल सिंह पांच जुलाई की रात 11:30 बजे बाइक से घर जा रहे थे। आरोप है कि रास्ते में मोहल्ले का गौरव अग्निहोत्री मिला तो उससे बकाया पांच हजार रुपये मांगे। इस पर वह गालीगलौज करने लगा। इसी दौरान वहीं का निवासी राजेश बाजपेयी और उनका साथी पहुंचा और तीनों ने उसे दौड़ाकर पीटा।
फायरिंग की तो वह घर में घुस गया। हमलावरों ने घर में घुसकर पीटा। उसकी दाहिनी आंख में गहरी चोट आई है। पीड़ित के अनुसार कानपुर के डॉक्टर ने रोशनी जाने की बात कही है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर शनिवार को पीड़ित ने लखनऊ में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में प्रार्थनापत्र दिया था।
पीड़ित ने रविवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। इसमें दोपहर दो बजे तक गिरफ्तारी न होने पर आत्मदाह की धमकी दी तो पुलिस हरकत में आई। उसके बयान लेकर टीम कानपुर में विशाल का इलाज करने वाले डॉक्टर का बयान लेने गई लेकिन वह नहीं मिले। सीओ सिटी आशुतोष कुमार ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
[ad_2]
Source link