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उन्नाव। दो बच्चे होने के बाद एक और बेटी होने पर महिला श्रमिक ने उसे अपनाने से मना कर दिया। जानकारी पर बाल संरक्षण अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। पति ने महिला को मानसिक रूप से बीमार बताया है। नवजात बच्ची को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है।
मूल रूप से कोलकाता में रहने वाले सोनू व उसकी पत्नी सोनी (35) कानपुर नौबस्ता में मजदूरी करते हैं। सोनू ने बताया कि शनिवार को सोनी को प्रसव पीड़ा हुई तो वह परिचित महिला के साथ शुक्लागंज सीएचसी पहुंच गई।
वहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। 108 एंबुलेंस से अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही प्रसव हो गया। जच्चा-बच्चा को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोनी ने नवजात बच्ची को अपनाने से इन्कार कर दिया तो हड़कंप मच गया। सूचना पर बाल संरक्षण अधिकारी संजय मिश्रा व सामाजिक कार्यकर्ता हरिवेंद्र सिंह जिला अस्पताल पहुंचे।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष प्रीती सिंह भी वहां पहुंचीं। उन्होंने जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की जानकारी ली। संजय मिश्रा ने बताया कि बच्ची का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। उसे दो दिन एसएनसीयू में रखा जाएगा। सोनू ने बच्ची को अपनाने की बात कही है।
उन्नाव। दो बच्चे होने के बाद एक और बेटी होने पर महिला श्रमिक ने उसे अपनाने से मना कर दिया। जानकारी पर बाल संरक्षण अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। पति ने महिला को मानसिक रूप से बीमार बताया है। नवजात बच्ची को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है।
मूल रूप से कोलकाता में रहने वाले सोनू व उसकी पत्नी सोनी (35) कानपुर नौबस्ता में मजदूरी करते हैं। सोनू ने बताया कि शनिवार को सोनी को प्रसव पीड़ा हुई तो वह परिचित महिला के साथ शुक्लागंज सीएचसी पहुंच गई।
वहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। 108 एंबुलेंस से अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही प्रसव हो गया। जच्चा-बच्चा को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोनी ने नवजात बच्ची को अपनाने से इन्कार कर दिया तो हड़कंप मच गया। सूचना पर बाल संरक्षण अधिकारी संजय मिश्रा व सामाजिक कार्यकर्ता हरिवेंद्र सिंह जिला अस्पताल पहुंचे।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष प्रीती सिंह भी वहां पहुंचीं। उन्होंने जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की जानकारी ली। संजय मिश्रा ने बताया कि बच्ची का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। उसे दो दिन एसएनसीयू में रखा जाएगा। सोनू ने बच्ची को अपनाने की बात कही है।
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