न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: हिमांशु अवस्थी
Updated Fri, 01 Apr 2022 01:03 PM IST
सफीपुर तहसील अधिवक्ता संघ की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। बार भवन में बैठक के बाद सड़क पर उतरे अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष मुर्दाबाद के नारे लगए। सफीपुर कोतवाली के फौजदारी के सभी मुकदमों की सुनवाई सफीपुर मुंसिफ कोर्ट में करने की मांग कर रहे हैं, अधिवक्ता।
सफीपुर तहसील अधिवक्ता संघ के अधिवक्ताओं ने तीसरे दिन बैठक कर हड़ताल जारी रखते हुए जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने उन्नाव हरदोई मार्ग जाम कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष का पुता भी फूंका। अधिवक्ता सफीपुर कोतवाली के फौजदारी के सभी मुकदमों की सुनवाई सफीपुर मुंसिफ कोर्ट में करने की मांग कर रहे हैं।
इस दौरान अधिवक्ताओं ने स्थानीय लोगों से अपील करते हुए कहा कि फौजदारी न्यायालय की स्थापना स्थानीय सिविल न्यायालय में होने से सबसे ज्यादा राहत गरीब कमजोर लोगों को होगी। हमने शासन से लड़कर सफीपुर में फौजदारी न्यायालय की स्थापना कराई गई है, लेकिन उन्नाव बार एसोसिएशन अध्यक्ष की दोहरी राजनीति के चलते जिला जज ने सफीपुर में सिर्फ समन ट्रायल के मुकदमों की फाइलें छोड़कर समस्त वादों की फाइलें उन्नाव मंगा़ ली हैं। ये स्थानीय अधिवक्ताओं के साथ अन्याय है।
सफीपुर बार एसोशिएसन के द्वारा की जा रही हड़ताल को बांगरमऊ बार एसोशिएसन के अधिवक्ताओं ने सही ठहराया और समर्थन देते हुए दो दिन तक न्यायिक कार्यों से विरत रहने का निर्णय लिया तथा बांगरमऊ में भी फौजदारी न्यायालय की स्थापना कराने की मांग की।
विस्तार
सफीपुर तहसील अधिवक्ता संघ के अधिवक्ताओं ने तीसरे दिन बैठक कर हड़ताल जारी रखते हुए जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने उन्नाव हरदोई मार्ग जाम कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष का पुता भी फूंका। अधिवक्ता सफीपुर कोतवाली के फौजदारी के सभी मुकदमों की सुनवाई सफीपुर मुंसिफ कोर्ट में करने की मांग कर रहे हैं।
इस दौरान अधिवक्ताओं ने स्थानीय लोगों से अपील करते हुए कहा कि फौजदारी न्यायालय की स्थापना स्थानीय सिविल न्यायालय में होने से सबसे ज्यादा राहत गरीब कमजोर लोगों को होगी। हमने शासन से लड़कर सफीपुर में फौजदारी न्यायालय की स्थापना कराई गई है, लेकिन उन्नाव बार एसोसिएशन अध्यक्ष की दोहरी राजनीति के चलते जिला जज ने सफीपुर में सिर्फ समन ट्रायल के मुकदमों की फाइलें छोड़कर समस्त वादों की फाइलें उन्नाव मंगा़ ली हैं। ये स्थानीय अधिवक्ताओं के साथ अन्याय है।
सफीपुर बार एसोशिएसन के द्वारा की जा रही हड़ताल को बांगरमऊ बार एसोशिएसन के अधिवक्ताओं ने सही ठहराया और समर्थन देते हुए दो दिन तक न्यायिक कार्यों से विरत रहने का निर्णय लिया तथा बांगरमऊ में भी फौजदारी न्यायालय की स्थापना कराने की मांग की।